रायपुर:सीएम भूपेश बघेल ने एक बार फिर भाजपा और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह समेत राज्यपाल को घेरा है. सीएम भूपेश ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधा.सीएम भूपेश ने कहा कि भाजपा केवल दो तीन मुद्दों पर घड़ियाली आंसू बहाती है.हाल ही में पूर्व सीएम रमन सिंह ने अध्यादेश के मामले को लेकर ट्वीट किया गया था. जिसका जवाब देते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि" इन लोगों की आदत है कि चीजों को तोड़ मरोड़ कर बताया जाए. वह कोई और बिल है यह कुछ और बिल है. यह विधानसभा से पारित बिल है.''
राज्यपाल के अधिकारों को लेकर कही बात :''जो आरक्षण है देश में लागू है इनको हस्ताक्षर करने में क्यों तकलीफ हो रही है. जब आप कर्नाटक में कर सकते हैं तो यहां क्यों नहीं कर सकते. कर्नाटक के राज्यपाल के अलग दायित्व हैं और यहां के राज्यपाल के क्या अलग दायित्व हैं. क्योंकि कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है इसलिए हस्ताक्षर कर दिया गया. तो यह दोहरा चरित्र कैसे चलेगा.''
क्वांटिफिएबल डाटा को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि " क्वांटिफिएबल डाटा देना कोई जरूरी नहीं है.जो बिल विधानसभा का है. उसमें आर्टिकल 200 के हिसाब से फैसले होंगे. या तो उसमें राज्यपाल द्वारा हस्ताक्षर किया जाए या वापस किया जाए. उसमें यह भी लिखा है कि जितनी जल्दी हो सके उतना जल्दी हस्ताक्षर कर दिया जाए. यह दिसंबर तक का फैसला था. आज 25 जनवरी हो गया. कितने दिन तक लटका कर रखा जाएगा. अधिकारों में कोई उल्लंघन नहीं होना चाहिए."
पूर्व सीएम रमन सिंह पर सीएम भूपेश का हमला :पूर्व सीएम रमन सिंह पर व्यंग कसते हुए सीएम भूपेश बघेल ने आगे कहा कि" रमन सिंह तो हमेशा से एक टुकड़ा पकड़कर कहीं की बात कही जोड़ने की कोशिश करते हैं. उस दिन मैंने बागेश्वर धाम के लिए एक बात कही कि जो साधना करेगा उसे सिद्धि मिल जाती है. और सिद्धि मिल जाने से उसका दुरुपयोग नहीं होना चाहिए. यह रामकृष्ण परमहंस ने भी कहा, भगवान राम जी ने भी कहा था. मैंने यह भी कहा कि चाहे कोई फकीर हो पीर हो या जो चंगाई सभा करते हैं. यह हमारे हिंदुओं में भी जो इस तरह का प्रदर्शन करते हैं. यह उचित नहीं है.''