रायपुर :ऑटोमोबाइल सेक्टर में मंदी का सकंट गहराता जा रहा है. देश में हर तरह की गाड़ियों की बिक्री पिछले साल के मुकाबले घटी है. हाल में जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश में कारों की बिक्री इस साल अप्रैल से अगस्त के बीच 29 फीसदी से ज़्यादा घट गयी है. नतीजा ये हुआ है कि ऑटो कंपनियां प्रोडक्शन घटाती जा रही हैं.
मंदी को मात देता छत्तीसगढ़ में ऑटोमोबाइल सेक्टर, देखे ये रिपोर्ट देश की वित्त मंत्री निर्मला सितारमण ने भी ऑटोमोबाइल सेक्टर में मंदी की बात कही है. देश में आर्थिक मंदी का सबसे बड़े कारण के रूप में भी ऑटोमोबाइल सेक्टर का गिरना माना जा रहा है.
देश भर में जहां ऑटोमोबाइल सेक्टर में मंदी का दौर है, वहीं छत्तीसगढ़ सरकार दावा कर रही है कि प्रदेश में ऑटोमोबाइल सेक्टर नई ऊंचाइयों को छू रहा है. इस लेकर प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण को ट्वीट भी किया था. देश के ऑटोमोबाइल सेक्टर में गिरावट आने के बावजूद सीएम भूपेश बघेल ने इस क्षेत्र में स्थिति अच्छी होने का दावा किया है. उन्होंने इसका कारण प्रदेश सरकार की किसान हितकारी योजनाओं को बताया है.
ETV भारत की पड़ताल
ETV भारत ने प्रदेश सरकार के ऑटोमोबाइल सेक्टर में ग्रोथ के दावों की पड़ताल की और राजधानी के प्रमुख वाहन शोरूम और ऑटोमोबाइल एसोसिएशन के पदाधिकारियों से मुलाकात कर जमीनी हकीकत जाने की कोशिश की.
ऑटोमोबाइल डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष मनीष सिंघानिया ने कहा कि पच्चीस सौ रुपए प्रति क्विंटल धान खरीदी होने के बाद किसानों की आमदनी बढ़ी है. जिससे किसान ट्रैक्टर, कार और टू व्हीलर की खरीदी कर रहे हैं, इससे प्रदेश में ऑटोमोबाइल सेक्टर में तेजी आ रही है. प्रदेश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में तेजी आई है.
2018 जनवरी से जुलाई-2019 जनवरी से जुलाई
- 2018-2019 टू व्हीलर की बिक्री 267919-323287 तक रही, लगभग 21 प्रतिशत बढ़ा.
- 2018-2019 थ्री व्हीलर की बिक्री 2376-3271 , लगभग 38 प्रतिशत बढ़ा.
- 2018-2019 कार/पीवी की बिक्री 25299-31198 तक रही, लगभग 24 प्रतिशत बढ़ा
- 2018-2019 ट्रेक्टर की बिक्री 11281-16830 तक रही, लगभग 49 प्रतिशत बढ़ा.
फिलहाल प्रदेश में पितृपक्ष मनाया जा रहा है मान्यता के मुताबिक इस दौरान ज्यादातर लोग खरीदी-बिक्री नहीं करते इसलिए अनुमान है कि 15 दिन ऑटोमोबाइल सेक्टर डाउन हो सकते है. लेकिन आगे नवरात्र और दिवाली मे बिक्री का यह आंकड़ा और ऊपर जाने की संभावना है.