रायपुर : छॉलीवुड कलाकार मोना सिंह का नाम हाल ही में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है. मोना सेन ने बेटियों के संरक्षण के लिए एक संकल्प मुहिम चलाई थी. जिसमें मोना सेन ने द मोना सेन डॉट कॉम वेबसाइट बनाकर 4 से 9 मई तक 60000 से ज्यादा लोगों का रजिस्ट्रेशन करवाकर संकल्प पत्र पेश किया था. संकल्प पत्र में मोना सिंह ने बालिकाओं के परिजनों से संकल्प पत्र में हस्ताक्षर करने को कहा और उस पत्र में लिखा कि जब तक उनकी बेटियां अपने पैर पर खड़ी नहीं हो जाती वो उनका विवाह नहीं करेंगे. इस उपलब्धि के बाद ईटीवी भारत की टीम ने मोना सिंह से खास बातचीत की.
सवाल: इस काम को करने के लिए आपको कहां से प्रेरणा मिली?
जवाब:मैं गांव गांव में चीफ गेस्ट बनकर शो करने जाया करती थी. वहां मैंने देखा कि कम उम्र की लड़कियां मांग में सिंदूर लगाकर गले में मंगलसूत्र पहनकर मेरा शो देखने आती थीं. जिन्हें देखकर मुझे बहुत बुरा लगता था.मैं चाहती थी कि यह लड़कियां पहले अपने पैरों पर खड़ी हो जाएं, आत्मनिर्भर बनें. फिर इनकी शादी की जाए. इस बात को मैंने अपनी टीम से शेयर किया.
मेरी टीम ने मुझे सुझाव दिया कि चलो एक वेबसाइट बनाते हैं. इस वेबसाइट के जरिए हमने लड़कियों के माता-पिता से एक फॉर्म फिल अप कराया. जिसमें लिखा था कि जब तक आप की बेटियां अपने पैरों पर खड़ी नहीं हो जाती आप उनकी शादी नहीं करेंगे. इसके बदले उन्हें एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है. 4 मई को हमने यह काम शुरू किया और 8 मई को करीब 60000 लोगों ने फॉर्म फिल अप कर दिया था. इस बात को जानकर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड वाले आए. उन्होंने अपनी टीम के साथ पूरी जांच पड़ताल की. फॉर्म फिल करने वाले लोगों का नंबर निकाल कर उनसे बात की. उसके बाद मुझे यह अवॉर्ड दिया.