रायपुर: छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत कंपनी ने तेलंगाना को बिजली सप्लाई में एक बड़ा झटका दिया है. दरअसल 2200 करोड़ रुपए की बकाया वसूली के लिए अब बिजली कंपनी ने तेलंगाना की 60 फीसदी आपूर्ति घटा दी है. मामला मड़वा प्लांट से जुडा है. यहां से फिलहाल तेलंगाना को 1000 की जगह 400 मेगावाट बिजली ही दी जा रही है. बता दें कि 10 सालों तक 1 हजार मेगावाट बिजली आपूर्ति के करार के बावजूद मड़वा से 400 मेगावाट ही बिजली सप्लाई की जा रही है.
सप्लाई कम करने का कारण बकाया राशि को माना जा रहा है. दरअसल 4 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से प्रति घंटे 40 लाख रुपए बिजली की दर से तेलंगाना को देना था. 10 साल के अनुबंध के तहत मड़वा प्लांट की पूरी बिजली तेलंगाना राज्य को देना तय हुआ था. लेकिन तेलंगाना राज्य ने प्रतिमाह 1000 मेगावाट का पूरा भुगतान करने की जगह हर माह करीब 30 लाख रुपए का ही भुगतान किया. इसके साथ ही 12 फीसदी ब्याज और सरचार्ज की राशि भी बढ़ती चली गई. अब यह बकाया राशि करीब 2200 करोड़ जैसी भारी भरकम हो गई है. ऐसे में सरकार की चिंता भी बढ़ गई है. फिलहाल तेलंगाना को बिजली 60% कम दी जा रही है.