Chhattisgarh Health Workers Strike: छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्यकर्मियों का महाआंदोलन, मानसून में ठप हो जाएंगी स्वास्थ्य सेवाएं
health workers strike छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्यकर्मी आज से हड़ताल पर जा रहे हैं. स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के 50 हजार से ज्यादा कर्मचारी 24 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश भर में स्वास्थ्य सेवाएं ठप कर रहे हैं. Chhattisgarh News
छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल
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Published : Jul 4, 2023, 7:22 AM IST
रायपुर:छत्तीसगढ़ में चुनाव पास आते ही आंदोलन और हड़ताल का सिलसिला शुरू हो गया है. आज से स्वास्थ्य कर्मचारी संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर रहा है. जिसमें प्रदेशभर के स्वास्थ्य कर्मी शामिल हो रहे हैं. मानसून के सीजन में बीमारियों के कारण अस्पताल में भीड़ बढ़ जाती है. ऐसे में स्वास्थ्य कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल से लोग अस्पतालों में इलाज को भटकते रहेंगे.
आंदोलन में कौन कौन होगा शामिल: प्रदेशभर के मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर मैदानी स्तर तक सभी नियमित, संविदा, एनएचएम, जीवनदीप समिति के कर्मचारी आंदोलन में शामिल हो रहे हैं.
क्यों कर रहे आंदोलन:छ्त्तीसगढ़ में स्वास्थ्य कर्मचारी संघ में शामिल 50 हजार स्वास्थ्य कर्मचारियों का कहना है कि उनकी 24 सूत्रीय मांगे हैं. जिसे पूरा करने का वादा साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सरकार ने पूरा करने का वादा किया था लेकिन साढ़े 4 साल से ज्यादा का समय होने के बावजूद उनकी एक भी मांग पूरी नहीं हुई. कर्मचारी संघ का कहना है कि यदि अभी इनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो फिर कभी पूरी नहीं होंगी.
क्या है मांगे:स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की 24 सूत्रीय मांगों में केंद्रीय कर्मचारियों के समान वेतन, पुलिस विभाग की तरह साल में 13 महीने का वेतन, चार स्तरीय पदोन्नति वेतनमान, नियमितीकरण, 62 वर्ष की सेवा गारंटी समेत कई मांगें है.
जनता को परेशानी:छत्तीसगढ़ के सभी क्षेत्रों में मौसम विभाग ने भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की है. बीते कुछ दिन बारिश बंद होने के बाद अब मानसून एक्टिव होने से बीमारियां भी बढ़ेंगी. ऐसे में स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल से आम लोगों को बड़ी मुसीबत झेलनी पड़ सकती है.
संविदा कर्मचारी संघ भी हड़ताल पर:सोमवार से प्रदेश में संविदा कर्मचारी संघ ने अनिश्चिकालीन हड़ताल शुरू कर दी है. प्रदेशभर के लगभग 45 हजार कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया है. प्रदेशभर के स्वास्थ्य, मनरेगा, पंचायत, कृषि, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के संविदा कर्मचारियों की हड़ताल से इन विभागों में काम रुक गया है.
टीएस सिंहदेव के आश्वासन का नहीं हुआ असर:डिप्टी सीएम बनने के बाद टीएस सिंहदेव ने खुद इस बात को माना था 2018 के चुनावी घोषणा पत्र के कुछ वादों को पूरा करना बाकी है. साथ ही उन्होंने जल्द से जल्द उन्हें पूरा कर लेने का आश्वासन भी दिया था, बावजूद अलग अलग विभागों के कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं.