रायपुर:छत्तीसगढ़ में अप्रैल के महीने में कोरोना संक्रमण कहर बनकर आया. इस महीने हर रोज कोरोना के नए मरीजों की संख्या बेतहाशा बढ़ी. अस्पतालों में बिस्तरों के लिए लोग चक्कर काटने लगे. शव गृहों में लाशों की लाइन लगने लगी और श्मशान घाट में एकसाथ जलती कई चिताओं ने राज्य में उदासी पसार दी. लेकिन महीने का अंत और मई की शुरुआत थोड़ी राहत भरी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि छत्तीसगढ़ में भी कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट दर्ज की गई है. राज्य में रोजाना 15 हजार केस आ रहे थे, जिसकी संख्या घट कर 14 हजार हुई है. रायपुर, दुर्ग, गरियाबंद और राजनांदगांव में कोविड-19 के केस में कमी दर्ज की गई है. राहत की बात ये है कि राजधानी के अस्पतालों में मरीजों को बेड मिलने लगे हैं.
बात करें साल 2021 के शुरुआती महीने (जनवरी-फरवरी) की तो उस वक्त देश में कोरोना के मरीज लगातार कम हो रहे थे. मार्च आते ही एक बार फिर कोरोना ने कोहराम मचाना शुरू कर दिया. अप्रैल आते-आते देश में रोजाना एक लाख से ज्यादा मरीज मिलने लगे. छत्तीसगढ़ कोरोना संक्रमण के बढ़ती संख्या में देश के दूसरे नंबर पर पहुंचा गया और मौत के मामलों पर तीसरे नंबर पर रहा. जहां संक्रमित मरीजों की संख्या दूसरे स्ट्रेन (second strain of coronavirus) में कई गुना बढ़ी है. छत्तीसगढ़ में भी राजधानी रायपुर और दुर्ग में अप्रैल महीने के दौरान सबसे ज्यादा संक्रमित मरीजों की संख्या देखने को मिली. अप्रैल महीने में बढ़ती संख्या के कारण अस्पतालों में बेड की कमी सामने आने लगी थी, लेकिन अब हालात धीरे-धीरे सुधरते नजर आ रहे हैं.
पढ़ें- छत्तीसगढ़ में रविवार को 11,825 नए कोरोना मरीज, 154 की मौत
अप्रैल में सर्वाधिक केस वाले रायपुर के अस्पतालों में अब ऑक्सीजन सपोर्ट वाले 53 प्रतिशत से अधिक बेड खाली हो चुके हैं. वहीं नॉर्मल बेड भी रायपुर के अस्पतालों में खाली हैं. स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में बेड की व्यवस्था को जानने के लिए http://www.cgcovidjansahayta.comसाइट की व्यवस्था की है. इससे कोई भी व्यक्ति रायपुर में अस्पतालों में बैठ की व्यवस्था के बारे में जान सकता है.
साइट के अनुसार बेड का डाटा-
बेड | टोटल | फुल | खाली |
नॉर्मल बेड | 990 | 257 | 733 |
ऑक्सीजन बेड | 2172 | 1186 | 986 |
एचडीयू बेड | 538 | 326 | 212 |
आईसीयू बेड | 961 | 698 | 263 |
वेंटीलेटर बेड | 341 | 299 | 42 |