कौन बनेगा छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री?, रमन सिंह, अरुण साव और ओपी चौधरी प्रबल दावेदार - बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव
chhattisgarh election result 2023 छत्तीसगढ़ में जनता ने बीजेपी को प्रचंड बहुमत दिया है. अब भाजपा यहां पर सरकार बनाएगी. लेकिन सवाल ये है कि, इस बार छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री बनेगा कौन?. पूर्व सीएम रमन सिंह के साथ छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और रायगढ़ से जीते ओपी चौधरी टॉप रेसर हैं.
रायपुर:Chhattisgarh CM Candidate चुनाव का बिगुल बजा, जमकर चुनाव प्रचार हुआ. दो चरणों में वोटिंग हुई, और फिर चुनाव का परिणाम आया. ये परिणाम जहां बीजेपी के लिए खुशियों का पिटारा लेकर आया. वहीं कांग्रेस के लिए गम. खैर, चुनाव में जीत हार होती रहती है. अब बात ये चल रही है कि, बीजेपी की तरफ से इस बार किसे मौका मिलेगा. राज्य की गद्दी संभालने का, मुख्यमंत्री बनने का.
बीजेपी में कितने दावेदार: छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने साल 2018 की करारी शिकस्त का बदला ले लिया है, और बड़ी जीत दर्ज की है. अब बीजेपी की बड़ी जीत के साथ ही सीएम चेहरे की तलाश शुरू हो गई है. पूर्व सीएम रमन सिंह स्वाभाविक रुप से इस रेस में शामिल हैं. उनके पास राज्य के शासक का और शासन चलाने का कुशल अनुभव है. केंद्रीय मंत्री का भी अनुभव है. विपक्ष में बैठने का भी अनुभव है. इनके अलावा भी चेहरा है. जो इस पद के लिए रेस में है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और रायगढ़ से चुनाव जीतने वाले ओपी चौधरी.
कौन हैं ओपी चौधरी: ओपी चौधरी इस बार रायगढ़ सीट से जीते हैं. इनकी गिनती एक तेज तर्रार और विजनरी IAS के तौर पर होती है. 13 बरस इन्होंने IAS के पद पर काम किया. साल 2005 बैच के ये IAS अफसर हैं. 13 साल बाद इन्होंने सर्विस से त्यागपत्र दे दिया. बीजेपी में शामिल हुए. इन्हें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का करीबी कहते हैं. खुद चुनाव प्रचार में अमित शाह ने जनता से कहा था कि, आप इन्हें जीत कर सदन में भेजिए. हम इन्हें बड़ा आदमी बना देंगे. लिहाजा ओपी चौधरी की दावेदारी बनती है.
अरुण साव की खासियत: जब पार्टी को कांग्रेस से पिछली चुनाव में हार मिली तो उसके बाद संगठन को मजबूत करने की जिम्मेदारी अरुण साव को दी गई. ये बिलासपुर से लोकसभा सांसद हैं. इस बार लोरमी से विधायक का चुनाव लड़े और भारी मतों से जीते. अरुण साव को रणनीतिकार भी कहते हैं. जन भावना समझने में इनको देर नहीं लगती है. इसके अलावा इस बार इनके प्रदेश अध्यक्ष रहते पार्टी ने जोरदार प्रदर्शन किया है. संघ के भी ये करीबी माने जाते हैं. इसी वजह से ये भी सीएम पद की रेस में शामिल हैं.