रायपुर: कोरोना वायरस के संक्रमण के दौर में प्रदेश में RSS (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के नाम पर राजनीति शुरू हो गई है, जिसे लेकर राजनीतिक बयानबाजी का दौर तेज हो गया है. कांग्रेस और बीजेपी एक-दूसरे पर निशाना साध रही हैं और आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है. दरअसल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कोरोना काल के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर निष्क्रियता का आरोप लगाया था, जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने इस पर पलटवार किया है.
मोहन मरकाम ने लगाए आरोप
कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने RSS पर सवाल उठाते हुए पूछा था कि जब लाखों हिंदू-भाई बहन पैदल भूखे-प्यासे घरों की ओर लौट रहे हैं, तो हिंदुओं का एजेंडा उठाने वाली RSS कहां छिपकर बैठी है. मोहन मरकाम ने कहा कि चुनावी फायदे के लिए RSS हिंदुत्व की बात करती है, इसलिए चुनाव के वक्त ही हिंदू भाई-बहन याद आते हैं. RSS हिंदुओं को वोट बैंक की तरह उपयोग करती है.
जवाब दिया नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने
कांग्रेस अध्यक्ष के इन सवालों और आरोपों का जवाब BJP की ओर से नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने दिया. कौशिक ने कहा कि RSS पर टिप्पणी करने से पहले PCC अध्यक्ष को जानकारी लेनी चाहिए. इस संकट की घड़ी में संघ की क्या भूमिका रही है. करोड़ों लोगों को भोजन करवाने का काम संघ ने किया है. लोगों तक मास्क पहुंचाए गए. संघ हर उस व्यक्ति जो तकलीफ में है, उसकी चिंता कर रही है. देश के हर संकट की घड़ी में संघ ने अपनी भूमिका निभाई है.
धरमलाल कौशिक ने मोहन मरकाम को RSS पर टिप्पणी करने लायक नहीं बताया. उन्होंने बयान वापस लेने या फिर RSS से माफी मांगने की नसीहत दी है.
देशभर में कोविड 19 के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं, लेकिन राजनीति का दौर अब भी जारी है. इन हालातों में जनसेवा को लेकर तमाम संस्थाएं काम कर रही हैं. इस दौर में जनसेवा के नाम पर श्रेय लेने की राजनीति भी जोरों पर है. ऐसे में RSS जैसी संस्था पर बयानबाजी ने विपक्ष को एक बड़ा मौका जरूर दे दिया है.