Chhattisgarh Education News: टॉप 100 में छत्तीसगढ़ के 6 कॉलेज, दुर्ग का VYT कॉलेज को 9वीं रैंक
एजुकेशन वर्ल्ड ऑटोनॉमस कॉलेज रैकिंग में छत्तीसगढ़ के 6 कॉलेज ने टॉप 100 में जगह बनाई है. पढ़ई तुंहर द्वार के अंतर्गत शिक्षा तक पहुंच में सुधार के प्रयास में SECRT ने कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए 36 विषयों में डिजिटल सामग्री बनाई है. जिससे शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों को काफी फायदा मिलेगा.World Autonomous College Ranking
वर्ल्ड ऑटोनॉमस कॉलेज रैंकिंग
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Published : May 28, 2023, 8:05 AM IST
रायपुर:एजुकेशन वर्ल्ड ऑटोनॉमस कॉलेज रैकिंग 2023-24 में छत्तीसगढ़ के 6 कॉलेज को टॉप 100 में जगह मिली है. इस रैकिंग में शासकीय वीवायटी कॉलेज दुर्ग टॉप 10 में जगह बनाने में कामयाब रहा. इस कॉलेज को 9वीं रैंक मिली है.
वर्ल्ड ऑटोनॉमस कॉलेज रैंकिंग के टॉप 100 में ये कॉलेज: एजुकेशन वर्ल्ड ऑटोनमस कॉलेज रैकिंग में छत्तीसगढ़ के जिन कॉलेजों ने टॉप 100 में जगह बनाई है उनमें शासकीय बिलासा कन्या महाविद्यालय बिलासपुर को 14वीं, ई राघवेंन्द्र राव विज्ञान महाविद्यालय को 19वीं, शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगांव को 34वीं, राजीवगांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अंबिकापुर को 42वीं और शासकीय नागार्जुन विज्ञान महाविद्यालय रायपुर को 54वीं रैंक है.
छात्रों को सुविधा के लिए जारी की जाती है रैकिंग: 12वीं कक्षा के बाद छात्रों को कॉलेज के चयन करने में सुविधा के लिए एजुकेशन वर्ल्ड की तरफ से रैंकिंग जारी की जाती है. रैंकिंग जारी करने के लिए फैकल्टी, वेल्फेयर एंड डेवलपमेंट, इंफ्रास्ट्रक्चर, फैसिलिटी, करिकुलम, प्लेसमेंट और लीडरशिप गवरनेंस क्वॉलिटी के मूल्यांकन को आधार बनाया जाता है.
पढ़ई तुंहर द्वार' के दृष्टिकोण के तहत शिक्षा तक पहुंच में सुधार के प्रयास में SECRT कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए 36 विषयों में डिजिटल सामग्री विकसित कर रहा है. SECRT के सहायक प्रोफेसर दीपांकर भौमिक ने बताया कि एससीईआरटी ने अब तक लगभग 1,77,000 मिनट की डिजिटल सामग्री तैयार की है. टीम बड़े पैमाने पर काम कर रही है, इसे भी जल्द पूरा किया जाएगा. सामग्री बनाने के अलावा पीटीडी (पढ़ाई तुहर द्वार) नामक यूट्यूब चैनल में वीडियो अपलोड भी किए जा रहे हैं. सामग्री में छात्रों की रुचि को बनाए रखने के लिए एनीमेशन, वीडियो, चित्र और पाठ्य सामग्रियों का उपयोग किया जा रहा है. सामग्री निर्माण के लिए चुने गए विषय विशेषज्ञ सरकारी और निजी स्कूलों के साथ-साथ कॉलेजों के भी हैं.