रायपुर: अपनी अदाकारी से दुनिया को हंसाने वाले नत्थू दादा बेहद खामोशी से रुखसत हो गए. 150 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुका ये सीने कलाकार अपने अंतिम समय को बेहद अभाव में काटा.
राजनांदगांव के रामपुर गांव के रहने वाले रामटेके ऊर्फ नत्थू दादा ने राजकपूर की चर्चित फिल्म मेरा नाम जोकर से अपने फिल्मी सफर की शुरुआत की थी. इसके बाद उन्होंने कई हिट फिल्मों में कई बड़े सितारों के साथ काम किया. छत्तीसगढ़ से शायद ही कोई कलाकार इतनी फिल्मों में काम किया हो और वो भी इतने बड़े सितारों के साथ. वक्त का एक दौर ऐसा भी था जब नत्थू दादा खुद एक सितारे की हैसियत रखा करते थे, लेकिन एक समय के बाद वे मायानगरी मुंबई के जीवन से ऊब गए और वे अपनी माटी अपने गांव लौट आए.
अभिनेताओं के साथ बिताए पल
100 से ज्यादा हिंदी फिल्मों में काम कर चुके इस कलाकार के पास मुंबई से लौटने के बाद जो दौलत थी वो सब खत्म हो गई. राजकपूर से सीखी अभिनय की बारिकी, दारासिंह की ताकत. धर्मेंद्र और राजकुमार से अभिनेताओं के साथ बिताए पल उनकी लाइफ स्टाइल के किस्से थे. इन बातों को समेटे नत्थू दादा अपने गांव लौट आए यहां उन्होंने छत्तीसगढ़ी फिल्मों के अलावा उड़िया, भोजपुरी सिनेमा में भी काम किया, लेकिन वक्त के साथ उन्हें काम मिलना कम हो गया और वे अपने गांव के दायरे में सिमटने लगे.