रायपुर:देश में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या कम हो रही है. वही कोरोना का संक्रमण कम होने से लोग बूस्टर डोज लगाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. केंद्र सरकार बूस्टर डोज फ्री करने के बावजूद लोग केंद्रों तक बूस्टर डोज लगाने नहीं पहुच रहे हैं. बूस्टर डोज लगाने के लिए लोगों को पैसे देने पड़ेंगे. यानी 2 अक्टूबर से 18 से 59 आयु वर्ग के लोगों को बूस्टर डोज लगाने के लिए पैसे देने पड़ सकते हैं.
बूस्टर डोज फ्री होने के बावजूद मात्र 54 लाख लोगों ने लगाया:देश में बूस्टर डोस में तेजी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार 15 जुलाई से पूरे देश में बूस्टर डोज को फ्री कर दिया गया था. यानी 15 जुलाई से पहले 18 से 59 आयु वर्ग के लोगों को बूस्टर डोज लगाने के लिए 385 देने पड़ते थे. छत्तीसगढ़ में 18 से 59 आयु वर्ष के लोगो में बूस्टर डोज लगाने वालों की संख्या 15 जुलाई 2022 तक लगभग 97 हजार थी. बूस्टर डोज फ्री होने के बाद प्रदेश में 15 जुलाई से 30 सितंबर तक मात्र 54 लाख लोगों ने ही बूस्टर डोज लगाया है. छत्तीसगढ़ में बूस्टर डोज फ्री होने के बाद भी वैक्सीनेशन सेंटर खाली पड़े हैं. अब तक छत्तीसगढ़ में 18 वर्ष से ज्यादा आयुवर्ष के सिर्फ 71 लाख लोगों ने ही बूस्टर डोज लगवाया है. प्रदेश में कुल 18 वर्ष से ज्यादा दो करोड़ लोग बूस्टर डोज के लिए एलिजिबल है.
2 अक्टूबर से प्रदेश में बूस्टर डोज के लिए लगने लगेगा शुल्क: एपिडेमिक कंट्रोल हेड डॉ. सुभाष मिश्रा ने बताया " कोरोना के लिए बूस्टर डोज लगाने की अवधि 2 दिन और बची है. भारत सरकार के निर्देशानुसार अभी बूस्टर डोज सभी आगे ग्रुप के लोगों को निशुल्क लगाया जा रहा है. 1 अक्टूबर के बाद बूस्टर डोज के लिए शुल्क लग सकता है. सभी को अधिक से अधिक संख्या में बूस्टर डोज जल्द से जल्द लगवाना चाहिए.