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छत्तीसगढ़ में OBC और सामान्य वर्ग के गरीबों की जनगणना का काम शुरू

छत्तीसगढ़ में अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) और सामान्य वर्ग के गरीबों की आधिकारिक (Counting of OBC and general category Poor) जनगणना का काम शुरू हो गया है. सीएम ने इसके लिए तैयार एप में अपनी व्यक्तिगत जानकारी दर्ज कर इसकी शुरुआत की है.

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Published : Sep 1, 2021, 8:00 PM IST

CM Bhupesh Baghel
सीएम भूपेश बघेल

रायपुर:छत्तीसगढ़ में 1 सितंबर से ओबीसी और सामान्य वर्ग के गरीबों वर्ग की जनगणना (OBC Census) का कार्य शुरू हो गया है. इसके तहत अन्य पिछड़ा वर्ग और सामान्य वर्ग के गरीबों की आधिकारिक (Counting of OBC and general category Poor) गिनती की जाएगी. यह सारी प्रक्रिया क्वांटिफाएबल डाटा आयोग (quantifiable data commission) की तरफ से की जा रही है. इसकी शुरुआत सीएम भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने की. सीएम ने विशेष रूप से तैयार किए गए ऐप में अपना पर्सनल डाटा भरकर इस गिनती की शुरुआत की है. आपको बता दें कि सीएम खुद कुर्मी समाज से आते हैं. जो पिछड़ा वर्ग की एक जाति है.

इस मौके पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि समाज के हर वंचित वर्ग तक न्याय पहुंचाना राज्य सरकार का उदेश्य है. इसके लिए अवसरों की समानता को लेकर माहौल तैयार करना सरकार की प्राथमिकता है. इस दिशा में राज्य सरकार ने किसानों, वनवासियों, मजदूरों और भूमिहीनों के कल्याण के लिए अनके कदम उठाए हैं. इसी सिलसिले में सरकार ने 4 सिंतबर 2019 को एक अध्यादेश जारी कर अन्य पिछड़ा वर्ग (Other backward classes) का आरक्षण 14 फीसदी से बढ़ाकर 27 फीसदी करने का फैसला लिया था. साथ ही आर्थिक रुप से कमजोर वर्ग के लिए 10 फीसदी आरक्षण का प्रावधान किया गया था.

छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के निर्देश पर डाटा हो रहा तैयार

लेकिन इसके बाद यह मामला हाईकोर्ट (Chhattisgarh High Court) तक पहुंच गया. जिसके बाद हाई कोर्ट ने राज्य सरकार के इस फैसले पर रोक लगाते हुए क्वाइंटिफिएबल डेटा (quantifiable data) प्रस्तुत करने का निर्देश दिया. सीएम ने कहा कि कोर्ट के आदेश को ध्यान में रखते हुए क्वाइंटिफिएबल डाटा आयोग का गठन किया गया है. आयोग अपने काम को सुव्यवस्थित और सटीक तरीके से पूरा कर सके इसके लिए पोर्टल और मोबाइल एप का निर्माण किया गया है. यह मोबाइल एप आयोग के साथ-साथ आवेदकों के लिए भी काफी सुविधाजनक होगा, और एक पारदर्शी व्यवस्था के साथ पिछड़ा वर्ग एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (Backward Classes and Economically Weaker Sections) के लोगों की गणना हो सकेगी. छत्तीसगढ़ क्वांटीफायबल डाटा आयोग के मोबाइल एप और वेब पोर्टल www.cgqdc.in पर लॉग इन कर जानकारी भरी जाएगी. इसके अलावा ‘सीजीक्यूडीसी‘ (CGQDC) मोबाइल एप चिप्स प्ले स्टोर में उपलब्ध है. जिसे डाउनलोड करके निर्धारित प्रपत्र में चाही गई जानकारी अपलोड की जा सकती है.

अन्य पिछड़ा वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को करना होगा पंजीयन

छत्तीसगढ़ क्वांटिफिएबल डाटा आयोग के सचिव बीसी साहू ने बताया, मोबाइल एप को इंस्टाल करने के बाद आवेदक को रजिस्ट्रेशन कराना होगा. पंजीयन के लिए एप में लॉग इन के लिए चार विकल्प दिये गए हैं. आधार कार्ड के द्वारा लॉगइन, राशन कार्ड के नंबर के आधार पर लॉगइन राशन कार्ड के मुखिया के मोबाइल नम्बर के आधार पर लॉगइन किया जा सकता है. यदि कोई भी प्रमाण पत्र नहीं है तो आवेदक खुद के मोबाइल के आधार पर लॉग इन कर सकते हैं. इसके बाद एप में एक फॉर्म दिखेगा. जिसमें सारी व्यक्तिगत जानकारी भरनी होगी. उसके बाद इसे अपलोड करना होगा.

ऐसे दर्ज होगा डाटा

अपलोड की गई जानकारी संबंधित आवेदक के ग्राम पंचायत, नगर पंचायत अथवा नगरीय निकाय के वार्ड के लिए नियुक्त सुपरवाइजर के पास स्वयं ही फॉरवार्ड हो जाएगी. आवेदक के क्षेत्र में अधिकृत सुपरवाइजर को जैसे ही आवेदक की जानकारी मिलेगी. वह उसका सत्यापन करेगा. इसके बाद डाटा सर्वर में सुरक्षित हो जाएगा. यही डाटा राज्य के अन्य पिछड़ा वर्ग एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की गणना में सहायक होगा. पूरे प्रदेश में सर्वे के लिए 5549 सुपरवाइजर नियुक्त किए गए हैं. जिनमें से शहरी क्षेत्रों में 1103 और ग्रामीण क्षेत्र में 4446 सुपरवाइजरों की नियुक्ति की गई है.

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