Candy Crush Politics: कैंडी क्रश को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासत तेज, बीजेपी बोली अब समझ में आया कौन कैंडी और किसे किया क्रश ! - Chhattisgarh Election
Candy Crush Politics छत्तीसगढ़ में सीएम भूपेश बघेल का कैंडी क्रश खेलते हुए वीडियो वायरल हुआ था.जिसके बाद से ही बीजेपी सीएम भूपेश को घेर रही है. कांग्रेस ने बीजेपी के आरोपों पर पलटवार करते हुए आगामी चुनाव में बीजेपी को क्रश करने का दावा किया.जिस पर बीजेपी नेता संजय श्रीवास्तव ने जोरदार हमला बोला है. Chhattisgarh Election 2023
रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का मोबाइल पर कैंडी क्रश खेलने की तस्वीरों को बीजेपी ने राजनीतिक मुद्दा बना लिया है. इसी कड़ी में फिर बीजेपी ने मुख्यमंत्री के कैंडी क्रश खेलने को लेकर जोरदार हमला बोला है. लेकिन इस बार हमला का तरीका अलग था. बीजेपी कार्यालय एकात्मक परिसर में मुखौटा पहने तीन लोग नजर आए. ये मुखौटा टीएस सिंहदेव ,मोहन मरकाम और प्रेमसाय सिंह टेकाम का था. इन तीनों के हाथ में एक-एक कैंडी भी थी. इतना ही नहीं एक टेबल पर कोयला और कुछ खाली बोतलों सहित कुछ तख्तियां भी रखी थी.
क्यों किया जा रहा है प्रदर्शन ? : मुखौटे,खाली बोतलें और कोयला सामने रखकर बीजेपी दफ्तर में प्रदर्शन किया गया.इस दौरान प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव कई मुद्दों पर कांग्रेस पर हमला करते नजर आए.संजय श्रीवास्तव का कहना था कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एक ओर गेड़ी खेलने की बात करते हैं और दूसरी और विदेशी खेल खेलते हैं.कैंडी कांग्रेस के खाते में जा रही है और क्रश प्रदेश की जनता हो रही है. संजय श्रीवास्तव ने ETV भारत से खास बातचीत में कांग्रेस पर हमला बोला.
क्यों है सीएम भूपेश बघेल का फेवरेट गेम कैंडी क्रश ? :संजय श्रीवास्तव से जब इस पूरे मामले को लेकर चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस भवन से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कैंडी क्रश खेलते हुए फोटो वायरल होता है. इसके बाद भूपेश बघेल कहते हैं कि यह मेरा फेवरेट गेम है. इस बयान के बाद बीजेपी ने विचार किया कि गेड़ी चढ़ने और गिल्ली डंडा खेलने वाले का आखिर कैंडी क्रश फेवरेट गेम क्यों है. तब समझ में आया कि कैंडी क्या है और क्रश क्या है ?
सिंहदेव, मरकाम और टेकाम को बघेल ने खिलाई कैंडी :इस दौरान संजय श्रीवास्तव ने पीएससी मामला, शराब और कोयला घोटाला का आरोप लगाते हुए सरकार को घेरने की कोशिश की. संजय ने कहा कि सिंहदेव को उपमुख्यमंत्री, मरकाम को मंत्री और प्रेमसाय सिंह को आयोग देकर भूपेश बघेल ने कैंडी खिलाने का काम किया है. कैंडी कांग्रेस के खाते में गई और क्रश छत्तीसगढ़ के लोगों का जीवन का हो गया.
विदेशी गैंग की जगह लूडो सहित अन्य गेम भी खेल सकते थे बघेल :कैंडी क्रश खेलना क्या कोई अपराध है. यह बात भी मुख्यमंत्री कह चुके हैं. इस पर संजय श्रीवास्तव ने कहा कि नेतृत्व कर्ता, मोटिवेशन कर्ता प्रदेश का मुखिया क्या कह रहा है. क्या कर रहा है. यह दिखाई दे रहा है. एक ओर स्थानीय खेलों को लेकर बड़े-बड़े विज्ञापन छपवाते हो. छत्तीसगढ़ के अस्मिता की बात करते हो. और बंद कमरे में मोबाइल में विदेशी गेम खेलते हो जबकि उस पर लूडो सहित अन्य गेम भी खेले जा सकते थे.
गेड़ी का विज्ञापन निकालकर खेलते हैं कैंडी क्रश :विदेशी गेम की बात कर रहे हैं. कई चीज ऐसी हैं जो आप भी विदेशी इस्तेमाल करते हैं. मोबाइल, टीवी और भी कई चीजे हैं.इस हिसाब से तो विदेशी संसाधनों को अपनाया नहीं जाना चाहिए. इस पर संजय ने कहा कि खेल और संसाधन कोई भी अपना सकता है. यदि कोई सामान्य व्यक्ति किसी को कुछ कहता है वह सामान्य बात होती है. आप गेड़ी का विज्ञापन निकलते हैं,जिसे छत्तीसगढ़ की अस्मिता से जोड़ा गया.फिर खुद कैंडी क्रश खेल रहे हैं.
बंद नहीं हुई है शराब, कहीं लखमा कह ना दे अबकी बार 90 पार : इस सरकार का खेल समाप्त हो गया, गेम ओवर हो गया. इसलिए इस तरह के दृश्य सामने आ रहे हैं. 75 का लेवल वह लोग पार करने की बात कर रहे हैं, ऐसा ना हो कि विधानसभा चुनाव तक का कवासी लखमा 90 पार बोल जाए, क्योंकि अभी शराब बंद नहीं हुआ है.
बीजेपी ने शराब का किया सरकारीकरण, कांग्रेस ने पहुंचाया घर-घर :संजय श्रीवास्तव ने शराब के मामले में कहा कि बीजेपी ने शराब का सरकारीकरण किया. हमने एक प्रयोग किया था. हम सरकार में नहीं है, लेकिन आप सरकार में हैं. आपने शराब बंदी के वादा किया तो बंद क्यों नहीं किया.गंगाजल की कसम खाकर अपने शराबबंदी की बात कही थी.कोविड के समय शराब बंद होनी थी तो उस दौरान अपने होम डिलीवरी चालू की.
कांग्रेस के 5 बनाम बीजेपी के 15 साल :कांग्रेस के पांच साल बनाम बीजेपी के 15 साल पर संजय श्रीवास्तव ने कहा कि हम आज सरकार में नहीं है. आज प्रश्न उनसे होना है. तो यह स्वीकार कर ले. आपके पास 5 साल की उपलब्धि नहीं है. हमने घोषणा पत्र में कुछ नहीं किया है. हमारे पास उपलब्धि बताने कुछ नहीं है. कांग्रेस अपनी उपलब्धियां के आधार पर चुनाव में नहीं जा रही. हम पर 15 साल का सवाल खड़ा कर मोदी पर सवाल खड़े कर रही है. 5 साल काम किया होता तो सरकार को अपनी उपलब्धियां के आधार पर चुनाव में जाना चाहिए. मान लो हमने जो कहा वो नहीं किया. उस कारण आज हम विपक्ष में हैं . आपने उसको हाथों हाथ लिया, बोनस हम देंगे. आपने बीजेपी के 2 साल के बोनस देने की बात कही वो कहां है.