रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार ने 4 मई से शराब की दुकानों को खोलने का फैसला लिया है. सरकार के फैसले पर बीजेपी ने आपत्ति जताई है. इस निर्णय के खिलाफ बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि 'प्रदेश सरकार की इस गैरजिम्मेदाराना हरकत की जितनी निंदा की जाए कम है.'
शराब दुकान खोलने को लेकर बीजेपी प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव का बयान बीजेपी प्रवक्ता का कहना है कि 'शराबबंदी का अच्छा अवसर होते हुए भी खुशहाली छीनकर अपना राजकोष भरने के लालच में अपने ही वादे के खिलाफ दुकानें जल्दी खोलने की जो तैयारी सरकार ने की है, इससे साफ है कि जनता का इनसे बड़ा दुश्मन कोई दूसरा नहीं है.'
छत्तीसगढ़ की जनता से धोखा
इसके पहले 2 मई को ETV भारत से बातचीत के दौरान भी बीजेपी प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने भूपेश सरकार पर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने शराब दुकानें खोलने को लेकर कहा था कि छत्तीसगढ़ की जनता का इससे बड़ा अपमान और छत्तीसगढ़ की जनता से इससे बड़ा धोखा कुछ नहीं हो सकता. जनता शराबबंदी चाहती है, कहकर कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में शराबबंदी का वादा किया था. आज उसी जनता पर आरोप थोप रहे हैं कि जनता शराब के बिना त्राहि-त्राहि कर रही है.
भूपेश सरकार को आईने में चेहरा देखने की जरूरत भूपेश सरकार को आईने में चेहरा देखने की जरूरत
वहीं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सरकार के इस फैसले पर कहा कि 'प्रदेश की कांग्रेस सरकार निवाला से ज्यादा प्याला की चिंता कर रही है. एक बार मुख्यमंत्री को अपने पुराने शराबबंदी की मांग के ट्विटर पोस्ट को आत्म-मंथन के लिए देखना चाहिए. खुद के आईने पर खुद का चेहरा एक बार देखना चाहिए.'