रायपुरः कवर्धा हिंसा ( Kawardha violence case ) मामले को लेकर भाजपा(BJP) ने प्रेस वार्ता (press conference) की. प्रेसवार्ता के दौरान भाजपा ने मामले की न्यायिक जांच (judicial inquiry)की मांग की. साथ ही कहा कि भाजपा मामले की जांच को लेकर कोर्ट(court) का रूख करेगी.
भाजपा मामले की जांच को लेकर करेगी कोर्ट का रूख मैं कवर्धा में शांति व्यवस्था कराने आया हूं: वन मंत्री मो. अकबर
दरअसल, प्रेस वार्ता के दौरान पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ( former minister and BJP MLA Brijmohan Agarwal) ने कहा कि सरकार कवर्धा मामले को हल्के में ले रही है. भगवा ध्वज देश का स्वाभिमान है. ऐसे ध्वज का अपमान करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के बजाय विरोध करने वालों पर सरकार कार्रवाई कर रही है. आगे चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि अब भाजपा इस मुद्दे को लेकर कोर्ट जाएगी.
दुर्गेश पर चाकू और रॉड से हमला पर भी एफआईआर
वार्ता के दौरान विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि दुर्गेश देवांगन चाकू और रॉड से मारा गया. उसके बावजूद सरकार ने दुर्गेश के खिलाफ ही कई गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है. सरकार गुनहगारों के खिलाफ कारवाई ना करके बेगुनाहों के ऊपर एफआईआर दर्ज की है. सरकार की इस तानाशाही को भाजपा बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगी. हम दुर्गेश को न्याय दिलाने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.
20 दिन बाद दर्ज किया एस्ट्रोसिटी एक्ट
बता दें कि भाजपा के इस प्रेस वार्ता के दौरान सांसद संतोष पांडे, पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर, विधायक शिवरतन शर्मा समेत दुर्गेश देवांगन भी मौजूद थे. इस मौके पर भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जिन लोगों के खिलाफ एस्ट्रोसिटी एक्ट लगाया गया. यह धारा 20 दिन बाद जोड़ी गई, जबकि बीजेपी नेता सरकारी दफ्तर काम को लेकर गए थे. सरकार तानाशाही रवैया अपनाते हुए जानबूझकर सांसद संतोष पांडे, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह और पूर्व विधायक अशोक साहू के खिलाफ मामला दर्ज की है.