रायपुर: भारतीय जनता पार्टी का प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात कर कई मुद्दों पर चर्चा की. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह (Former Chief Minister Dr. Raman Singh), बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय और पार्टी के सांसद, विधायकों ने राज्यपाल के साथ वर्तमान हालातों को लेकर चर्चा की. देश में कोविड-19 की भयावह स्थिति और राज्य सरकार की नाकामियों पर राज्यपाल से प्रतिनिधिमंडल ने चर्चा की. भाजपा ने शिकायत करते हुए कहा कि देश के किसी भी राज्य में ऐसा नहीं हुआ है कि आपदा को अवसर में बदल दिया जाए. नकली शराब पीकर 10 लोग मर गए, तो सरकार ने शराब की होम डिलीवरी शुरू कर दी. दवाई की घर पहुंच सेवा होनी चाहिए या खाने की घर पहुंच सेवा होनी चाहिए, मगर सरकार को शराब बेचने की जल्दबाजी है.
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मुख्यमंत्री के पास विपक्ष को सुनने का वक्त नहीं
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने राज्यपाल के साथ वर्तमान हालातों को लेकर चर्चा की. पूर्व मंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि विपक्ष ने खुद से प्रस्ताव रखा था कि हम सार्थक सुझाव देना चाहते हैं. आश्चर्य होता है कि कोरोना वायरस के इस दौर में सरकार के पास विपक्ष को सुनने का वक्त नहीं है. यह विपक्ष का अपमान है. यह बताता है कि सरकार की नजर में विपक्ष क्या है. उन्होंने कहा कि हम राज्यपाल से आज मिले हैं. हमने यह बताया कि राज्य सरकार के मुखिया का व्यवहार कैसा है. 1 करोड़ 30 लाख वैक्सीन लगने हैं. इसकी कार्ययोजना क्या है, इसका जवाब सरकार के पास नहीं है. हम जानना चाहते हैं कि वैक्सीन निर्माता कंपनियों को कितना भुगतान किया गया, लेकिन यह बताने के लिए सरकार तैयार नहीं है.