राजनांदगांव :बागेश्वर धाम के प्रसिद्ध बाबा पंडित धीरेंद्र शास्त्री किसी पहचान के मोहताज नहीं है. अक्सर बाबा अपने बयानों और कट्टर हिंदू छवि के कारण सोशल मीडिया में छाए रहते हैं.यही वजह है कि उनके विरोधियों के साथ फैन फॉलोइंग की कोई कमी नहीं हुई है.यही वजह है कि बाबा का कार्यक्रम जहां कहीं भी होता है भक्तों की भीड़ टूट पड़ती है.धीरेंद्र शास्त्री के भक्त हिंदुस्तान के हर कोने में है.ऐसे में युवतियां भी उनकी दीवानी है. कई बार मंच पर धीरेंद्र शास्त्री को विवाह का प्रस्ताव दिया जा चुका है.लेकिन अभी तक किसी भी प्रस्ताव पर धीरेंद्र शास्त्री ने गौर नहीं किया है. एक बार फिर पंडित धीरेंद्र शास्त्री को विवाह के लिए प्रस्ताव मिला है. ये प्रस्ताव सिवनी निवासी शिवरंजनी तिवारी ने दिया है. आईए जानते हैं कौन हैं शिवरंजनी
Bageshwar Dham : क्या बागेश्वर बाबा की दुल्हनियां बनेंगी शिवरंजनी, छत्तीसगढ़ से है गहरा नाता
बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री के लिए विवाह के कई प्रस्ताव आ रहे हैं. ऐसे में एक और प्रस्ताव उन्हें मिला है.इस प्रस्ताव को दिया है डॉक्टरी की पढ़ाई करने वाली शिवरंजनी ने.जो गंगोत्री से गंगाजल लेकर पैदल ही भगवा वस्त्रों में बागेश्वर धाम के लिए निकली हैं. शिवरंजनी की माने तो उन्हें सपने में धीरेंद्र शास्त्री जी से प्रेम हुआ है.
कौन हैं शिवरंजनी :आईए आपको बताते हैं आखिर कौन हैं शिवरंजनी जिनका दिल बाबा ने चुराया है. बाबा के भक्तों की तरह शिवरंजनी भी पंडित धीरेंद्र शास्त्री से काफी लगाव रखती हैं. शिवरंजनी डॉक्टरी की पढ़ाई कर रही हैं. बाबा के प्रति दीवानगी का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि शिवरंजनी भगवा वस्त्र पहनकर उत्तराखंड के गंगोत्री पहुंची.गंगोत्री से शिवरंजनी ने गंगा जल एक मटके में भरा.इसके बाद पैदल ही इस जल के साथ बागेश्वर धाम के लिए निकल पड़ी.
छत्तीसगढ़ से है शिवरंजनी का नाता :गंगोत्री से पैदल बागेश्वर धाम की यात्रा पर निकली शिवरंजनी का छत्तीसगढ़ से भी गहरा नाता रहा है. शिवरंजनी नवगठित जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के खैरागढ़ इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की छात्रा रह चुकी हैं. शिवरंजनी ने 6 साल तक यहां संगीत की शिक्षा ली. साल 2015 में शिवरंजनी ने यहां से संगीत की डिग्री हासिल की है. सिवनी निवासी शिवरंजनी के पिता इंजीनियर और मां डॉक्टर हैं. शिवरंजनी की बचपन से ही अध्यात्म से बेहद गहरी रूचि है. लेकिन भी शिवरंजनी 400 किलोमीटर की पदयात्रा को लेकर चर्चा में बनी हुई हैं. इस यात्रा में शिवरंजनी पैदल ही 400 किलोमीटर तक का सफर तय करेंगी.इसके बाद बागेश्वर धाम पहुंचकर पंडित धीरेंद्र शास्त्री से आशीर्वाद भी लेंगी.