रायपुर : राजधानी के गौरव पथ रोड पर प्रदेश का पहला साइकिल ट्रैक बनाया गया था, जो आज बदहाली के दौर से गुजर रहा है. यहां लगे लोहे के खंभों को असामाजिक तत्वों की ओर से गायब कर दिया गया है. जब साइकिल ट्रैक का लोकार्पण हुआ था, तो शुरुआत में तत्कालीन महापौर ने शहर की आबोहवा को प्रदूषण से मुक्त कराने के लिए साइकिलिंग को काफी बढ़ावा दिया था. राजधानी का यह साइकिल ट्रैक अब पार्किंग के काम भी आ रहा है. इसके कारण राजधानी के साइकिलिस्ट एयरपोर्ट रोड पर साइकिलिंग करते नजर आते हैं. भीड़-भाड़ वाली जगह होने के कारण हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है.
राजधानी के गौरव पथ रोड पर सड़क के दोनों किनारे लगभग ढाई किलोमीटर लंबे साइकिल ट्रैक बनाया गया, जो कलेक्ट्रेट चौक से SRP तक तैयार किया गया. इसकी चौड़ाई लगभग ढाई मीटर है, जिसको स्मार्ट सिटी योजना के तहत रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड की तरफ से बनाया गया था. इस साइकिल ट्रैक की लागत लगभग 1 करोड़ रुपए है, लेकिन अब इस साइकिल ट्रैक पर गिनती के साइकिल वाले ही नजर आते हैं. कुछ बाइक वाले भी इस साइकिल ट्रैक का उपयोग करते देखे जा सकते हैं. यहां तक की साइकिल ट्रैक का उपयोग नारियल पानी बेचने का काम करने वाले ठेला भी लगाए रहते हैं, जिसको लेकर स्मार्ट सिटी या फिर नगर निगम का अमला गंभीर नजर नहीं आ रहा है.
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लोहे के पाइप उखड़ गए हैं
शहर के साइकिल ट्रैक के बारे में पिछले 10 साल से साइकिलिंग करने वाले बब्बन भोजवानी का कहना है कि राजधानी में बनी साइकिल ट्रैक खराब होने के साथ ही ट्रैक किनारे लगे लोहे के पाइप उखड़ गए हैं. इस कारण साइकिलिंग करने वालों को एयरपोर्ट रोड का सहारा लेना पड़ता है. उनका भी मानना है कि साइकिलिंग करते समय सावधानी बरतना भी जरूरी है, जिससे दुर्घटना से बचा जा सके.