छत्तीसगढ़

chhattisgarh

EXCLUSIVE: UPSC में छत्तीसगढ़ के आयुष ने हासिल किया 267वां स्थान, जानिए कैसे तय किया सफर

By

Published : Aug 4, 2020, 5:29 PM IST

संघ लोक सेवा आयोग 2019 की परीक्षा में 267वां रैंक हासिल करने वाले आयुष खरे से ETV भारत ने खास बातचीत की है. आखिर कैसे उन्होंने यहां तक का सफर तय किया है जानिये.

ayush khare achieved 267 rank in upsc examination from chhattisgarh
ayush khare achieved 267 rank in upsc examination from chhattisgarh

रायपुर:UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) के नतीजे जारी कर दिए गए हैं. छत्तीसगढ़ के आयुष खरे परीक्षा में चयनित हुए हैं. उन्होंने देश में 267वां रैंक हासिल किया है. आयुष ने NIT (नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी) से अपनी बैचलर डिग्री ली है. UPSC परीक्षा में चयनित होने वाले आयुष से ETV भारत ने खास बातचीत की है. आयुष ने बातचीत के दरौन परीक्षा को लेकर अपनी तैयारियों के बारे में बताया है.

UPSC में आयुष ने हासिल किया 267वां स्थान

आयुष बताते हैं कि परीक्षा के लिए उन्होंने शेड्यूल बनाकर उसे फॉलो किया. उन्होंने कॉलेज के 3rd ईयर में यह तय कर लिया था कि उन्हें सिविल सेवा में ही जाना है. तय करने के साथ ही उन्होंने इसकी तैयारी शुरू कर दी थी. बता दें, आयुष ने UPSC की परीक्षा में दूसरी बार में ही सफलता हासिल कर ली.

पढ़ें:यूपीएससी : सिविल सेवा परीक्षा 2019 का परिणाम घोषित, प्रदीप सिंह बने टॉपर

सोशल मीडिया का सही उपयोग

आयुष ने बताया कि उन्होंने सोशल मीडिया का बहुत अच्छे से उपयोग किया. उन्होंने कभी सोशल मीडिया से कोई दूरी नहीं बनाई, बल्कि अपने कई पढ़ाई समाग्री का आदान-प्रदान भी इसी के माध्यम से ही करते थे. यहीं नहीं वह ऑनलाइन क्लास से भी जुड़े रहे. आयुष कहते हैं, किसी भी चीज का ही सही तरीके से इस्तेमाल करके उसे सफलता का जरिया बनाया जा सकता है.

पढ़ें:EXCLUSIVE: कार सेवा के लिए 300 किमी पैदल चलकर पहुंचे थे अयोध्या, वीरेंद्र पांडेय ने साझा किए अनुभव

माता-पिता को आयुष पर नाज

आयुष की मां अर्चना खरे ने बताया कि बच्चे जब सफलता हासिल करते हैं तो सबसे ज्यादा खुशी माता-पिता को ही होती है सफलता जरूर बच्चों की हो, लेकिन उसके पीछे मेहनत उनके माता-पिता की भी होती है. परिजन हमेशा बच्चों पर ध्यान देते हैं. उन्हें क्या खाना है, कैसे रहना है, कितनी देर पढ़ना है, इस सभी बातों पर भी उनका विशेष ध्यान रखते हैं. ऐसे ही जब बच्चे कामयाब हो जाते हैं तो उन्हें बेहद खुशी होती है.

आयुष के पिता एके खरे ने कहा कि मेरे लिए यहीं बहुत है कि छत्तीसगढ़ के किसी बच्चे ने UPSC की परीक्षा में स्थान हासिल किया. आयुष की जगह कोई और बच्चा होता और उसने भी सफलता हासिल की होती तो भी मुझे इतनी ही खुशी होती.

ABOUT THE AUTHOR

...view details