रायपुर: भारत में आयुर्वेद दिवस 2021 (Ayurveda Day 2021) मनाया जा रहा है. यह हर वर्ष धनतेरस के मौके पर मनाया जाता है और इसीलिए आज 02 नवंबर को यह मनाया जा रहा है. यह दिन हमारे दैनिक जीवन में आयुर्वेद के महत्व पर जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है. इसके अलावा यह दिन आयुर्वेद की ताकत (Power of Ayurveda) और इसके उपचार सिद्धांतों की तरफ ध्यान केंद्रित करने के लिए भी मनाया जाता है. केंद्र सरकार आयुर्वेद की क्षमता का इस्तेमाल कर बीमारियों को कम करना चाहती है.
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भगवान धन्वंतरि की जयंती
हर साल पांच दिवसीय दिवाली उत्सव (Five Day Diwali Festival) के पहले दिन यानी धनतेरस (Dhanteras) के दिन राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस (National Ayurveda Day) मनाया जाता है. इस दिन आयुर्वेद के देवता भगवान धन्वंतरि की जयंती (Dhanvantari Jayanti) मनाई जाती है. उनकी जयंती पर ही नेशनल आयुर्वेद डे मनाया जाता है.
आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है दिवस
इस दिवस को मनाने की शुरुआत आयुष मंत्रालय (Ministry of AYUSH) की ओर से साल 2016 में की गई थी. तब से इस दिवस को धनत्रयोदशी (Dhantrayodashi) के दिन मनाया जा रहा है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य आयुर्वेद को बढ़ावा देने के साथ-साथ इसके प्रति जागरूकता बढ़ाना भी है. बता दें कि आयुर्वेद (Ayurveda) का इतिहास काफी प्राचीन है, क्योंकि जब इंसान को दवाओं की समझ नहीं थी, तब रोगों का उपचार आयुर्वेद के जरिए ही किया जाता था. आयुर्वेद की खासियत यह है कि इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है, इसलिए इसका काफी महत्व है.