रायपुर: छत्तीसगढ़ की आदिवासी संस्कृति और लोक कला को राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय लेवल पर पहचान देने के लिए राजधानी के साइंस कॉलेज ग्राउंड में शुक्रवार से राष्ट्रीय आदिवासी डांस फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है, जो कि तीन दिन तक रहेगा.
उत्तराखंड के कलाकार आदिवासी डांस फेस्टिवल में पहाड़ी संस्कृति को दर्शाएंगे बता दें कि इस आयोजन में ओडिशा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, उत्तराखंड, असम, जम्मू कश्मीर, गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, त्रिपुरा, सिक्किम, लद्दाख, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु से आए हुए कलाकार अपनी लोकगीत और आदिवासी संस्कृति की प्रस्तुति करेंगे. वहीं कुछ कलाकार मालदीप, थाईलैंड, बांग्लादेश से भी आए हैं.
पहाड़ी नृत्य और संस्कृति को दर्शाएंगे
उत्तराखंड के कलाकारों से जब ETV भारत ने खास बातचीत की, तो कलाकारों ने बताया कि 'वो कल से शुरू होने वाले आदिवासी डांस महोत्सव में 3 परफॉर्मेंस करने वाले हैं, जिसमें वह अपने पहाड़ी नृत्य और संस्कृति को दर्शाएंगे. उन्होंने बताया कि वे यहां आकर काफी खुश है और उनकी सुरक्षा के लिए खासा इंतजाम किया गया है. कलाकारों ने बताया कि 'पहाड़ी इलाका होने के कारण लोग वहां की संस्कृति के बारे में कम जानते हैं. इसलिए वह भारत के विभिन्न राज्यों और शहरों में अपनी कला और संस्कृति को दर्शाते हैं'.
रायपुर का मौसम काफी सुहाना है
उत्तराखंड के कलाकारों का कहना है कि 'रायपुर का मौसम और रायपुर के लोग काफी अच्छे हैं. इस समय उत्तराखंड में ठंड पड़ रही है और उनके घर बर्फ से ढके हुए है, लेकिन यहां कर उन्हें थोड़ी गर्मी महसूस हो रही है और यहां के मौसम के बारे में कहा कि रायपुर का मौसम काफी सुहाना है'.
पुलिस बल तैनात है
पुलिस ने कलाकारों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं, जहां कलाकारों के ठहरने की व्यवस्था की गई है. वहां सुबह से ही पुलिस बल तैनात है. इसके साथ ही महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए महिला पुलिस भी तैनाती की गई है.