रायपुर: जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) अध्यक्ष अमित जोगी 15 अक्टूबर को मरवाही उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करेंगे. अमित जोगी अपने पिता अजीत जोगी के निधन के बाद खाली हुई मरवाही विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ेंगे. मरवाही जोगी परिवार का गढ़ माना जाता है. ये सीट एसटी के लिए आरक्षित है. कुछ दिन पहले ही उनकी पत्नी ऋचा जोगी जाति विवाद में फंसी हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि ऋचा को चुनाव लड़ने से रोकने के लिए साजिश के तहत ऐसा किया जा रहा है.
अमित जोगी ने सोमवार को ट्वीट कर अपने चुनाव लड़ने की बात साफ कर दी थी. उन्होंने लिखा था कि अमित जोगी आदिवासी था, आदिवासी है और आदिवासी रहेगा साथ ही मरवाही से ही चुनाव लड़ेगा. जोगी ने ट्वीट किया था कि, 'सरकार जितने भी हथकंडे अपना ले, असली-नकली का फैसला भूपेश बघेल की नकली अदालत में नहीं बल्कि मरवाही की जनता की असली अदालत में होगा. जोगी ने बताया कि चुनाव लड़ने के अपने मौलिक अधिकार की रक्षा के लिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में रिट याचिका दायर की है.
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ऋचा जोगी ने भेजा जिला छानबीन समिति को जवाब
जाति प्रमाण पत्र मामले में ऋचा जोगी ने जिला छानबीन समिति को जवाब भेज दिया है. 13 अक्टूबर की शाम तक इस पर फैसला आ सकता है. सोमवार को ऋचा जोगी ने खुद उपस्थित होने के बजाय सुबह ई-मेल कर जाति मामले के सत्यापन समिति को समस्याओं से अवगत कराया. जिसके बाद छानबीन समिति ने फैसले को सुरक्षित रखते हुए मंगलवार को निर्णय लेने की बात कही. जेसीसी(जे) प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी की पत्नी ऋचा जोगी ने जाति मामले पर जिला स्तरीय छानबीन समिति के सामने स्वयं उपस्थित होने के बजाये ई-मेल के जरिये अपना जवाब भेजा है. मरवाही विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. कांग्रेस ने डॉ. केके ध्रुव को मरवाही से उम्मीदवार बनाया है. जबकि बीजेपी ने डॉ. गंभीर सिंह को मैदान में उतारा है. वहीं जेसीसीजे से अमित जोगी चुनावी समर में हैं. डॉ. केके ध्रुव ने कांग्रेस की तरफ से नामांकन दाखिल कर दिया है. 15 अक्टूबर को अमित जोगी और 16 अक्टूबर को डॉ. गंभीर सिंह पर्चा दाखिल करेंगे.