रायपुर:छानबीन समिति द्वारा जाति निरस्त किए जाने और आदिवासी न माने जाने पर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) सुप्रीमो अजीत जोगी ने कहा कि ये कोई नई बात नहीं है. जोगी ने कहा कि, 'भूरिया कमेटी ने भी उन्हें आदिवासी नहीं माना. रमन सिंह की दो बार समिति बनी, उसने भी आदिवासी नहीं माना. अब भूपेश बघेल की कमेटी ने भी आदिवासी नहीं माना.'
अजीत जोगी ने कहा कि, '7 बार फैसले हो चुके हैं. 1987 में इंदौर हाईकोर्ट के फैसला, 2 बार जबलपुर हाईकोर्ट, 2 बार छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का फैसला. अभी अमित जोगी की चुनाव याचिका में बिलासपुर कोर्ट ने अमित जोगी को आदिवासी माना है. जब अमित यानी मेरा बेटा आदिवासी है, तो भूपेश बघेल कौन होते हैं मुझे आदिवासी न मानने वाले.'