रायपुरः आज के दौर में इंसान एक इंच जमीन के लिए अपने सगे-संबंधियों तक की जान लेने से नहीं चूकता. ऐसे में गरीबों के लिए भी शिक्षा मुहैया कराने के लिए रायपुर के अश्विनी नगर के रहने वाले अशिक्षित महिला बिंदा बाई सोनकर ने 24 साल पहले विद्यालय निर्माण के लिए आधा एकड़ जमीन दान कर दी थी. वह खुद तो शिक्षित नहीं हो सकीं, जिसका उन्हें मलाल रहा. लेकिन आने वाली पीढ़ियों की शिक्षा के लिए उन्होंने यह व्यवस्था कर दी. उनकी दान दी हुई जमीन पर बने विद्यालय में आज 12वीं तक की कक्षाएं संचालित हो रही हैं. यहां वर्तमान में 12 सौ से अधिक बच्चों को शिक्षा दी जा रही है.
अश्विनी नगर में सोनकर समाज की ओर से संचालित हो रहा विद्यालय
रायपुर के अश्विनी नगर में बिंदा सोनकर के नाम से सोनकर समाज की ओर से यह विद्यालय संचालित हो रहा है. यहां सैकड़ों की संख्या में बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं. कहा जाता है कि बिंदा बाई सोनकर अपने इकलौते बेटे को पढ़ा नहीं पाई थीं. उन्हें इस बात का काफी मलाल था. इससे आहत होकर उन्होंने संकल्प लिया कि शहर के बच्चे अशिक्षित न रहें. इसलिए उन्होंने जमीन दान कर दी. विवाह के बाद वे भाठागांव आई थीं. कुछ समय बाद ही उनके पति की मौत हो गई. बिंदा सोनकर का एक बेटा था, जो उनका उत्तराधिकारी हुआ. उसी ने दान की जमीन पर हस्ताक्षर किए थे.