रायपुर: नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरुप की पूजा की जाती है. अलग अलग मंत्र (Durga Maa Mantra) और श्लोक भी बताए गए हैं. आइए जानते हैं वह कौन से मंत्र और श्लोक हैं.
देवी शैलपुत्री का पूजा मंत्र
ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः॥
देवी शैलपुत्री की प्रार्थना
वन्दे वाञ्छितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्।
वृषारूढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्॥
देवी शैलपुत्री की स्तुति
या देवी सर्वभूतेषु माँ शैलपुत्री रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
देवी ब्रह्मचारिणी का पूजा मंत्र
ॐ देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः॥
देवी ब्रह्मचारिणी की प्रार्थना
दधाना कर पद्माभ्यामक्षमाला कमण्डलू।
देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा॥
देवी ब्रह्मचारिणी की स्तुति
या देवी सर्वभूतेषु माँ ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
3. देवी चंद्रघण्टा का पूजा मंत्र
ॐ देवी चन्द्रघण्टायै नमः॥
प्रार्थना
पिण्डज प्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यम् चन्द्रघण्टेति विश्रुता॥
स्तुति
या देवी सर्वभूतेषु माँ चन्द्रघण्टा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
4. देवी कूष्माण्डा का पूजा मंत्र
ॐ देवी कूष्माण्डायै नमः॥
प्रार्थना
सुरासम्पूर्ण कलशं रुधिराप्लुतमेव च।
दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥
स्तुति
या देवी सर्वभूतेषु माँ कूष्माण्डा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
5. देवी स्कन्दमाता का पूजा मंत्र
ॐ देवी स्कन्दमातायै नमः॥
प्रार्थना
सिंहासनगता नित्यं पद्माञ्चित करद्वया।