रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी 'गोधन न्याय योजना' के तहत शुभारंभ के पहले दिन तकरीबन 2 हजार क्विंटल गोबर की खरीदी की गई. बताया जा रहा है 11 हजार से ज्यादा किसानों ने गोबर बेचा है, जिसमें एक हजार 642 गौठानों से करीब दो हजार क्विंटल गोबर की खरीदी की गई है. राज्य के 11 हजार 277 पशुपालकों ने गौठानों में गोबर को बेचा है. इसमें जांजगीर-चांपा के 134 गौठानों में 655 गौपालकों ने सर्वाधिक 477 क्विंटल गोबर की बिक्री की.
- रायगढ़ जिले के 114 गौठानों में एक हजार 147 पशुपालकों ने 342 क्विंटल गोबर बेचा.
- रायपुर जिले के 95 गौठानों में 465 पशुपालकों ने 114 क्विंटल गोबर बेचा है.
- गरियाबंद जिले के 41 गौठानों में 220 पशुपालकों ने 38 क्विंटल गोबर बेचा है.
- बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के 56 गौठानों में 372 पशुपालकों ने 62 क्विंटल गोबर बेचा.
- महासमुंद के 61 गौठानों में 377 पशुपालकों ने 86 क्विंटल गोबर बेचा.
- धमतरी जिले के 104 गौठानों में 714 पशुपालकों ने 79 क्विंटल गोबर की बिक्री की.
इसी तरह दुर्ग जिले के 25 गौठानों में 220 पशुपालकों ने 76 क्विंटल गोबर बेचा.
- बालोद के 50 गौठानों में 210 पशुपालकों ने 45 क्विंटल गोबर बेचा.
- बेमेतरा के 100 गौठानों में 298 पशुपालकों ने 94 क्विंटल गोबर बेचा है.
- राजनांदगांव के 42 गौठानों में 316 पशुपालकों ने 35 क्विंटल गोबर बेचा है.
- कबीरधाम जिले के 74 गौठानों में 210 पशुपालकों ने 19 क्विंटल गोबर बेचा.
- बिलासपुर जिले के 72 गौठानों में 218 पशुपालकों ने 28 क्विंटल गोबर बेचा.
- गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के 6 गौठानों में 82 पशुपालकों ने 8 क्विंटल गोबर बेचा.
- मुंगेली जिले के 26 गौठानों में 171 पशुपालकों ने 32 क्विंटल गोबर बेचा है.