रायपुरः जंगल (Forest) में शेर (Lion) का होना उतना ही जरूरी होता है, जैसे किसी घर में उसके मालिक का होना. लेकिन शेर जंगल में है तो उसके लिए भोजन (Food) की व्यवस्था भी बेहद जरूरी है. शायद यही वजह है कि वन विभाग (Forest department) के अफसर जंगल के राजा शेर के लिए भोजन की व्यवस्था में जुट गए हैं. वन विभाग ने नंदनवन (Nandanwan) की शान 10 नीलगाय (10 NilGai) और 100 चीतल (100 cheetals) प्रस्तावित गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व (Guru Ghasidas Tiger Reserve) में छोड़े जाने का निर्णय लिया है. इसके लिए विभाग ने सेंट्रल जू अथॉरिटी (Central Zoo Authority) से अनुमति मांगी थी, जिसकी अनुमति विभाग को दे दी गई है. अब विभाग 1 माह के भीतर इन दोनों जानवरों को गुरु घासीदास नेशनल पार्क (Guru Ghasidas National Park) में छोड़ने की तैयारी में जुट गई है.
चीतल और नील गाय को छोड़ने बनेगी कमेटी
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दोनों जानवरों की गुरु घासीदास में छोड़ने के लिए वन मुख्यालय के निर्देश पर एक कमेटी का गठन किया जाएगा. इसके बाद कमेटी निर्णय लेगी कि आखिर चीतल और नील गाय को कब और कैसे शिफ्ट करना है. साथ ही इस बात का पूरा ध्यान रखा जाएगा कि दोनों प्रजाति के एनिमल की शिफ्टिंग के दौरान उन्हें किसी प्रकार से नुकसान ना हो. सूत्रों की माने तो संभावना जताई जा रही है कि एक माह के भीतर ही कमेटी गठित कर इन जानवरों को टाइगर रिजर्व में छोड़ दिया जाएगा.
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पहले इन्हें रखा जाएगा बाड़ा में