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रायगढ़: अब नहीं भरेगा बरसात का पानी, 49 लाख की लागत से निगम करा रहा नाली का निर्माण

रायगढ़ में बरसात के दिनों में कई जगह पर पानी भर जाता है, जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है. इस परेशानी को देखते हुए नगरीय निकाय प्रशासन लगभग 49 लाख की लागत से नाली का निर्माण करा रहा है, ताकि जलभराव से वार्ड के लोगों को निजात मिल सके.

raigarh nagar nigam constructing drain system
रायगढ़ में नाला निर्माण

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Published : Nov 4, 2020, 9:35 AM IST

रायगढ़: नगर निगम क्षेत्र के 48 वार्डों में से कई वार्ड ऐसे हैं, जहां बरसात के दिनों में बाढ़ जैसे हालात हो जाते हैं. मूसलाधार बारिश की वजह से संकरी नालियों के ऊपर से बरसात का पानी बहने लगता है और मोहल्ले में जलभराव हो जाता है. पिछले कई सालों से इस तरह की स्थिति बनती आ रही है. अब नगरीय निकाय प्रशासन लगभग 49 लाख की लागत से नाला निर्माण करा रहा है, ताकि बरसात के दिनों में जलभराव से वार्ड के लोगों को निजात मिल सके. अधिकारी का कहना है कि बारिश के पानी को रोक नहीं सकते, लेकिन स्थिति को सुधारने का प्रयास किया जा रहा है. 2 महीने के भीतर नाला पूरी तरह से तैयार हो जाएगा और आने वाले दिनों में रहवासियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा.

49 लाख की लागत से निगम करा रहा नाली का निर्माण
49 लाख की लागत से बन रहा है नाला

मोदी नगर की कॉलोनी ढलान पर बसी हुई है. बरसात होने पर बोईरदादर और ऊपरी वार्डों का सारा पानी बहकर मोदीनगर से होते हुए केलो नदी तक जाता है. ऐसे में संकरी नाली और निचली बस्ती होने के कारण यहां जलभराव की स्थिति बनी रहती है. इससे बरसात में बाढ़ के हालात बन जाते हैं. हर साल नगर निगम का यह क्षेत्र बाढ़ प्रभावित रहता है. ऐसे में अब निगम प्रशासन वार्डवासियों को बरसात में परेशानी ना हो, इसके लिए 49 लाख रुपए की लागत से नाला निर्माण करा रहा है. अधिकारी का कहना है कि बरसात के पानी को कोई नियंत्रित नहीं कर सकता, लेकिन जो पानी जाम होता है, उसके बहाव के लिए सुव्यवस्थित नाला निर्माण कराया जा रहा है, ताकि सारा पानी वार्ड के मोहल्लों में ना रुके और नदी की ओर चला जाए. इससे ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचेगा.

नाली का निर्माण करते मजदूर
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बरसात में दर्जनों मोहल्ले हो जाते हैं जलमग्न

बरसात के दिनों में मोदी नगर, बापू नगर, पंजरी प्लांट जैसी निचली बस्तियां और केलो नदी के किनारे बसे दर्जनों मोहल्लों में पानी भर जाता है. पानी भरने से लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो जाता है और प्रशासनिक अमले को जमीनी स्तर पर कार्य करना पड़ता है. हालांकि बीते कई सालों से इस तरह की नौबत इन मोहल्लों में आ रही है, लेकिन सुधारने का बेहतर प्रयास नहीं किया गया. अब इन मोहल्लों की साफ-सफाई, नाला निर्माण कर बेहतर व्यवस्था करने की कोशिश की जा रही है. इसी कड़ी में नाला निर्माण कराया जा रहा है और अन्य मोहल्लों के लिए भी कार्य को प्रस्तावित रखा गया है.

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