रायगढ़:पिछले कुछ दिनों से प्रदेश के कई इलाकों में आंधी-तूफान और बारिश से लोगों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है. लगभग छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में मौसम में बदलाव हुआ है. कोरबा, कोरिया, बस्तर, सरगुजा, रायपुर, दुर्ग, महासमुंद में तेज बरसात से फसल बर्बाद होने के साथ ही मवेशियों को भी नुकसान पहुंचा है. रायगढ़ जिले के सारंगढ़ में भी 11 मई को आए आंधी-तूफान से लोगों को काफी नुकसान हुआ है. कई परिवारों के घर उजड़ गए हैं.
ऐसा ही एक परिवार है, जो सारंगढ़ अनुभाग के अंतगर्त छिंद ग्राम पंचायत में रहता है. चैतराम निषाद 2 कमरे के मिट्टी के घर में रहते हैं. पिछले 40 सालों से वे परिवार के साथ इसी घर में रहते हैं. 11 मई को आए आंधी-तूफान ने पूरा घर बर्बाद कर दिया. खपरैल की बनी छप्पर टूट गई. इसके साथ ही घर में रखा सामान भी बर्बाद हो गया.
आंधी में उजड़ा घर
चैतराम निषाद की पत्नी तिहारिन बाई ने बताया कि पूरा घर टूट गया है. जिससे अब उन्हें रहने में परेशानी हो रही है. जब से तूफान आया है, तब से उन्हें रहने में काफी दिक्कत हो रही है. उसने बताया कि ग्राम पंचायत सचिव से भी बोल चुके हैं, लेकिन फिलहाल कुछ हो नहीं सका है. जिस पर सचिव ने बताया कि पटवारी से मिलने के बाद ही कुछ हो पायेगा.
प्रशासन से मदद का इंतजार
आंधी तूफान की मार झेल रहे परिवार ने बताया कि लॉकडाउन के कारण वे कहीं जा नहीं पा रहे हैं. गांव के सरपंच भी होम आइसोलेशन में हैं. जिससे वे भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं. घर टूटने से अब वे किसी पेड़ के नीचे ही रह रहे हैं. पीड़ित परिवार ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.