रायगढ़: घरघाेड़ा थाना क्षेत्र में मानवता और रिश्तों को तार-तार कर देने वाला मामला सामने आया है. आरोप है कि पिता ने मानसिक विक्षिप्त नाबालिग बेटी काे एक युवक के हाथों 3 हजार रुपये में बेच दिया. खरीदार युवक उसे अपने साथ घर ले गया था. यहां उससे कई दिनों तक दुष्कर्म किया गया.किशोरी ने आरोप लगाए है कि युवक के पिता ने भी उससे दुष्कर्म किया. जब वह गर्भवती हुई तो उसे लावारिस छोड़ दिया गया. मामला नारी निकेतन तक पहुंचने पर कलयुगी पिता के साथ, दुष्कर्म का आरोपी युवक और उसके पिता के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है. नाबालिग लड़की का पिता भी पुलिस हिरासत में हैं. लेकिन कथित तौर लड़की को खरीदने वाला युवक और उसका पिता फरार हैं.
शोषण की शिकार हुई गर्भवती किशोरी सड़काें पर इधर-उधर भटक रही थी. देखने में उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं लग रही थी. इस पर अमलीडीह घरघोडा के सरपंच और मितानिन ने 15 मई काे 181 महिला हेल्प लाइन रायपुर काे इसकी सूचना दी थी. 18 मई काे सखी वन स्टॉप सेंटर रायगढ़ के माध्यम से बदहवाश घूम रही लड़की की हालत देख उसे घरघोड़ा स्वास्थ केन्द्र में भर्ती कराया गया. 19 मई काे उसने एक बच्चे काे जन्म दिया. नाबालिग की हालत को देखते हुए उसे रायगढ़ जिला अस्पताल से मनोरोग चिकित्सक काे भी दिखाया गया. जहां पर उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने की बात सामने आई.
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रिपोर्ट के आधार पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी रायगढ़ के आदेश पर उसे मानसिक उपचार केन्द्र सेन्द्री बिलासपुर में 29 मई काे भर्ती कराया गया. 4 महीने इलाज के बाद युवती की मानसिक स्थिति ठीक हुई. उसने लाेगाें को अपना दर्द बयां करना शुरू कर दिया. रायगढ़ लाने के बाद पांच महिला अधिकारियों की उपस्थिति में काउसंलिंग के माध्यम से उसने अपना बयान दर्ज कराया. पीड़िता के बयान सुन कर हर काेई दंग रह गया.