नारायणपुर: बस्तर अंचल में ग्रामीणों के लिए अतिरिक्त आय का एक प्रमुख जरिया तेंदूपत्ता संग्रहण है. तेंदूपत्ता को हरा सोना के नाम से भी जाना जाता है. नारायणपुर में तेंदूपत्ता के रख रखाव से जुड़ी जानकारी देने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें तेंदूपत्ता संग्रहण के बारे में बताया गया. ताकि ग्रामीणों को तेंदूपत्ता से जुड़ी किसी तरह की समस्या न हो.
नारायणपुर: तेंदूपत्ता संग्रहण कार्यशाला का आयोजन
नारायणपुर में तेंदूपत्ता संग्रहण के संबंध में कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें ग्रामीणों को तेंदूपत्ता संग्रहण के बारे में बताया गया. ताकि ग्रामाणों को तेंदूपत्ता से जुड़ी किसी तरह की समस्या न हो.
नारायणपुर
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DFO ने कार्यशाला में अहम जानकारियां दीं
- अच्छे तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए बूटा कटाई पर ध्यान देना जरूरी है.
- शाखकर्तन में कोई कमी न रहे.
- मैदानी वन अमले और प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति के पदाधिकारियों से सलाह लें.
- बूटा-कटाई के लिए बेहतर तकनीक अपनाने की जरूरता है ताकि बेहतर क्वालिटी के तेंदूपत्ता का संग्रहण हो सके.
- तेंदूपत्ता की कटाई से पहले जमीन की सतह से एक इंच नीचे धारदार टंगिया से बूटा कटाई करनी चाहिए.
- बूटा कटाई के करीब डेढ़ महीने बाद तेंदूपत्ता तोड़ाई शुरू करनी चाहिए.
- बेहतर तेंदूपत्ता संग्रहण के लिये बूटा कटाई पर ध्यान देना जरूरी है.
Last Updated : Feb 19, 2021, 7:54 PM IST