नारायणपुर:अबूझमाड़ नारायणपुर जिला मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर है. जहां के तोयामेटा के जंगल में 13 ग्राम पंचायत के दर्जनों गांवों के हजारों ग्रामीण सर्व आदिवासी माड़ बचाओ बैनर तले दो माह से अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. three point demand of protesters इसमें नवीन पुलिस कैंप का विरोध, पेसा कानून लागू करना और वन संरक्षण अधिनियम 2022 को निरस्त करने की मांग शामिल है. narayanpur news update
जंगलों में खुले आसमान के नीचे विरोध प्रदर्शन:बूझमाड़ की हसीन वादियों में खुले आसमान के नीचे अबूझमाड़ के जंगलों के बीच ग्रामीण विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. unconditional release of social workers ग्रामीणों ने आज तोयामेटा के जंगल से एक विशाल रैली निकाली. जहां जेल में बंद जगदीश मरकाम की बूढ़ी मां मीडिया को बयान देते वक्त रो पड़ी. उन्होंने बताया कि "मेरा बेटा नक्सली नहीं है. घर का काम करता था. परिवार में उसके छह बच्चे हैं. अब उसे कौन पालेगा."
"जगदीश मरकाम किसानी का काम करता है":जगदीश मरकाम के बड़े भाई बालसिंह मरकाम ने बताया कि "जगदीश मरकाम के पास ट्रैक्टर है. वह खेती किसानी और वाहनों से काम करता है. डीजल लेने हमेशा नारायणपुर आता जाता था .आकाबेड़ा कैम्प खुलने के समय भी जगदीश मरकाम ने मदद किया था. उसी के वाहनों से खुदाई की गई थी. अगर पुलिस को गिरफ्तार करना था तो उस समय क्यों नहीं किया."