नारायपुर पुलिस पर हमला करने वाले आरोपी गिरफ्तार नारायणपुर: एएसपी हेम सागर सिदार ने बताया कि " गोर्रा गांव में दो पक्षों में मारपीट हुई थी. Fight between two parties in Gorra village कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल को रवाना किया गया था. गांव में पहुंचते ही पुलिस बल पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया था. आज यानी रविवार को 5 आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. अब तक 8 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. इस घटना में और भी अन्य लोग शामिल हैं. शामिल आरोपियों की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है. आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी."
नारायणपुर धर्मांतरण और विवाद मामले में कार्रवाई: धर्मान्तरण मामले में लगातार शिनाख्त कर शामिल अन्य आरोपियों की तलाशी की जा रही थी. Narayanpur Conversion Case मामलों में शामिल 5 आरोपियों को पकड़ा गया है, जिनमें प्रेमसागर नेताम, लच्छू करंगा, सन्तुराम दुग्गा , पुनूराम दुग्गा और राजमन करंगा शामिल हैं. सभी एडका थाना के रहने वाले हैं. 3 जनवरी को मामले में 3 आरोपियों जयसिंह कावड़े, रजलाल कावड़े, जैलू कोर्राम को गिरफ्तार किया गया था. घटना के दौरान एड़का पुलिस मामले को शांत कराने गई तो उनपर पथराव कर दिया गया. मामले में एड़का में केस दर्ज किया गया. 4 और 5 जनवरी को 3 आरोपी राजू राम दुग्गा, बजारु राम पोटाई, रघुराम साहू को गिरफ्तार किया गया.
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जानिए क्या है पूरा मामला:1 जनवरी को एड़का पंचायत के गोर्रा में आदिवासियों से मारपीट की गई. आदिवासियों ने ईसाई समुदाय के लोगों पर मारपीट का आरोप लगाया. इसके विरोध में आदिवासी समाज ने नारायणपुर नगर बंद कर विरोध प्रदर्शन की अनुमति मांगी. 2 जनवरी को कलेक्टर अजीत और एसपी सदानंद ने आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों से बातचीत भी की. इसी बीच आदिवासियों की आक्रोशित भीड़ ने समुदाय विशेष के धार्मिक स्थल पर तोड़फोड़ शुरू कर दी. इसे रोकने के लिए पहुंची पुलिस पर भी हमला कर दिया. जिसमें एसपी के सिर पर गंभीर चोट आई है. यह घटना दो जनवरी को नारायणपुर की है. अब इस पूरे मामले में जनजातीय सुरक्षा मंच सीबीआई जांच की मांग कर रहा है.
रायपुर में जनजातीय सुरक्षा मंच ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस रायपुर में जनजातीय सुरक्षा मंच ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस, सीबीआई जांच की मांग: नारायणपुर की घटना पर आदिवासी समाज भी नाराज है. रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जनजातीय सुरक्षा मंच के प्रदेश अध्यक्ष भोजराम नाग ने इस पूरे घटना पर सीबीआई जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि "धर्मांतरण के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाना चाहिए. दोषी लोगों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. प्रदेश में धर्मांतरण को लेकर जिस तरह की अनैतिक गतिविधियां चलाई जा रही है. उस पर तत्काल रोक लगाई जानी चाहिए. इसके साथ ही धर्मांतरण रोकने के लिए कठोर कानून बनाया जाना चाहिए"