नारायणपुरः कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की वजह से शासन रोकथाम के लिए लॉकडाउन की तारीख को 14 अप्रैल से 3 मई तक कर दिया है. इस कारण लोग जहां पर फंसे हैं, वहीं पर मजबूरी में रह रहे हैं. ऐसा ही मामला जिले में भी सामने आया, जिसमें दो बच्ची अपनी मां से 100 किलोमीटर दूर दूसरे गांव में फंसी हुई थी. जिसकी जानकरी जिला प्रशासन और पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग होने के बाद उन्हें मिलाने के लिए व्यवस्था की गई और उन्हें सुरक्षित मिलाया गया.
लॉकडाउन के कारण एक महीने बाद बच्ची से मिली मां, छलक उठी आंखें - corona infection
लॉकडाउन की वजह से एक बच्ची अपनी मां से एक महीने तक दूर रही, जिसे नारायणपुर जिला प्रशासन और पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग के संयुक्त प्रयास से सुरक्षित मिलाया गया.
पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने बताया कि लॉकडाउन के पहले नारायणपुर जिले के गांव रेंगाबेड़ा के पति-पत्नी इलाज कराने राजधानी रायपुर गए थे और लॉकडाउन के बाद वहीं फंस गए. इस दौरान दंपति ने अपनी दूधमुंही बच्ची को जिले से 100 किलोमीटर दूर भनपुरी गांव जामगुड़ा में अपने मायके में छोड़कर गए थे.
तबियत ठीक होने के बाद सोमवार को रायपुर से उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया और अस्पताल के एंबुलेंस से उन्हें रेंगाबेड़ा पहुंचा दिया गया. लेकिन लॉकडाउन होने के कारण उनके दो बच्चे भनपुरी में उनके नाना-नानी के यहां फंस हुए थे.मामले की खबर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को होते ही उन्हें मिलाने के लिए मंगलवार की रात व्यवस्था की गई और उन्हें सुरक्षित उनके गांव रेंगाबेड़ा पहुंचाया गया.