नारायणपुर:जिले के दुर्गम क्षेत्र और विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम नारायणपुर और ओरछा में मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के तहत घरों में पहुंच रही है. उबड़-खाबड़ रास्ते, नदी-नालों को पार कर वनाचंल गांवों में स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंच रही है. आवागमन के साधन नहीं होने के कारण कई किलोमीटर दूर तक दुर्गम मार्ग पर पैदल चलकर गांवों के घरों और पैरामिलिट्री कैम्प में पहुंचकर लोगों के मलेरिया की जांच की जा रही है.
बारिश के समय में यह जांच और जरूरी हो जाती है, क्योंकि इसी समय मलेरिया के ज्यादातर मामले सामने आते हैं. कोरोना संकट के समय में भी स्वास्थ्य योद्धा जिले को मलेरिया मुक्त करने के काम में पूरी लगन के साथ जुटे हुए हैं. मलेरिया मुक्त अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग नारायणपुर ने पहले चरण में जिले के करीब 1 लाख 73 हजार 991 लोगों की मलेरिया जांच की है. जांच में 11 हजार 551 महिलाएं, पुरुष और बच्चे मलेरिया पॉजिटिव पाए गए हैं, जिनका इलाज किया गया.
5 हजार 965 लोग मलेरिया से संक्रमित
दूसरे चरण के अभियान में अब तक करीब 1 लाख 53 हजार 205 लोगों की मलेरिया जांच की गई. जिसमें से 5 हजार 965 लोग मलेरिया से संक्रमित मिले. पहले चरण की अपेक्षा द्वितीय चरण में मलेरिया पॉजिटिव व्यक्तियों की संख्या में कमी आई है. दूसरे चरण में किए गए प्रयासों के कारण ही यह कमी देखी जा रही है. बता दें कि नारायणपुर जिले को मलेरिया, एनीमिया और कुपोषण से मुक्त करने के उद्देश्य से मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान की शुरुआत की गई है.