मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनेंद्रगढ़ में आयुष्मान योजना के तहत अधिकारियों और कर्मचारियों को मिली रही प्रोत्साहन राशि के वितरण में भारी गड़बड़ी की जा रही है. बीते तीन सालों से इसकी शिकायत भी वक्त वक्त पर हो रही है, बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हुई है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर आरोप है कि वो कार्रवाई के नाम पर बच रहे हैं. सरकारी नियमों के मुताबिक रुरल मेडिकल असिस्टेंट को पर्ची में दवा लिखने और मरीजों को भर्ती की करने का अधिकार नहीं है. आरोप है कि पदनाम बदलकर सहायक चिकित्सा अधिकारी बताकर घोटाले को अंजाम दिया जा रहा है. लाखों रुपए का फर्जी भुगतान भी घोटालेबाजों के द्वारा कराने का आरोप है.
घोटाले के लिए नियमों की उड़ाई धज्जियां: जानकारी के मुताबिक, कर्मचारियों के भुगतान में भारी अनियमितता भी पकड़ी गई है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक डेंटल शाखा में आयुष्मान कार्ड से इलाज का कोई प्रावधान नहीं है. बावजूद इसके डेंटल सर्जन को रोजना 250 रुपए का भुगतान किया गया. डेंटल असिस्टेंट को तो लाखों रुपए का फर्जी भुगतान किए जाने का आरोप भी है. स्वास्थ्य केंद्र में काम करने वाले ड्रेसर्स को मिलने वाली राशि में बड़ा हेरे फेर सामने आया है. कुछ ड्रेसर्स को 2 हजार से लेकर 4 हजार तक दिया जा रहा है. आरोप है कि एक ड्रेसर को तो 73000 से ज्यादा का फर्जी भुगतान हुआ है.