New Horticulture College Open In Chirmiri :चिरमिरी में नए उद्यानिकी महाविद्यालय की हुई शुरुआत, विधायक ने क्षेत्र के लिए बताया मील का पत्थर - Manendragarh Chirmiri Bharatpur
चिरमिरी ने नए उद्यानिकी महाविद्यालय का उद्घाटन हुआ.इस महाविद्यालय के उद्घाटन के मौके पर विधायक विनय जायसवाल ने सीएम भूपेश बघेल का धन्यवाद दिया.साथ ही साथ पूर्व की बीजेपी सरकार को जमकर कोसा.Manendragarh Chirmiri Bharatpur
चिरमिरी में नए उद्यानिकी महाविद्यालय की हुई शुरुआत
चिरमिरी में नए उद्यानिकी महाविद्यालय की हुई शुरुआत
मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : चिरमिरी में विधायक डॉ विनय जायसवाल ने जिले के पहले नवीन उद्यानिकी महाविद्यालय का शुभारंभ किया.जो पूरे जिले के लिए गर्व की बात है.ये नवीन महाविद्यालय वेस्ट चिरमिरी कॉलरी के पोड़ी में स्थापित किया गया है. आपको बता दें कि विधायक विनय जायसवाल की मांग पर सीएम भूपेश बघेल ने चिरमिरी में नए उद्यानिकी महाविद्यालय के लिए मुहर लगाई थी. विधायक डॉ विनय जायसवाल ने इस दौरान पॉलिटेक्निक कॉलेज के भवन का लोकार्पण भी किया.
विधायक की प्रशंसा की :विश्वविद्यालय के सहायक झा ने बताया कि जब से चिरमिरी में इस महाविद्यालय को खोलने की घोषणा हुई.तब से विधायक ने ये कहना शुरु किया कि जल्द से जल्द इस महाविद्यालय को शुरु करना है.क्योंकि इससे चिरमिरी को नई पहचान मिलेगी.विधायक के इसी परिश्रम और प्रय़ास का मैं कायल हुआ हूं. मुझे ये कहने में कोई गुरेज नहीं कि ऐसा जन प्रतिनिधि हर जिले में होना चाहिए. जिससे उस जिले का संपूर्ण विकास हो सके.
विधायक ने निकाली रैली :इस दौरान जनप्रतिधियों ने चिरमिरी विकास की गाथा को प्रदर्शित करते हुए पोड़ी क्षेत्र से रैली की शुरुआत की. जो शहर के हृदय स्थल हल्दीबाड़ी, डोमनहिल, गोदरीपारा से बरतुंगा कॉलरी के बाद बड़ा बाजार 100 बिस्तरीय अस्पताल के सामने आमसभा के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का समापन किया.रैली से पहले हुई सभा में विधायक ने पूर्व की बीजेपी सरकार पर हमला बोला.
''आज उद्यानिकी महाविद्यालय सह अनुसंधान केंद्र का पॉलिटेक्निक कॉलेज सौ बिस्तर हॉस्पिटल जो बाद में जिला हास्पिटल का स्वरूप लेगा उसका हम लोग उद्घाटन कर रहे. बच्चों के अच्छी शिक्षा के लिए हम लोगों ने ऐतिहासिक पहल की है. मैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कोटि कोटि धन्यवाद दूंगा.'' डॉ विनय जायसवाल, विधायक
आपको बता दें कि उद्यानिकी महाविद्यालय में 60 बच्चों का एडमिशन हो चुका है. इस अनुसंधान केंद्र में क्षेत्र से संबंधित फलों का प्रैक्टिकल भी किया जाएगा.नई दिल्ली की भारतीय अनुसंधान केंद्र की कई परियोजना इस क्षेत्र के लिए लागू होती है.