महासमुंद: छत्तीसगढ़ प्रदेश पंचायत सचिव संघ के आह्वान पर जिले के पंचायत सचिवों ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन दिया. बागबाहरा, पिथौरा, सरायपाली, बसना और महासमुंद के पंचायत सचिवों ने शासकीयकरण करने की मांग को लेकर अपनी आवाज बुलंद की. कर्मचारियों ने रैली निकालकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे. उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम तहलीलदार को ज्ञापन सौंपा.
पंचायत सचिवों के एक दिवसीय धरना प्रदर्शन से ग्रामीण स्तर के सभी काम प्रभावित हुए. ग्राम पंचायत सचिव संघ ने कहा कि वे 29 विभागों के अनेकों प्रकार के कार्य को जमीनी स्तर पर करते आए हैं, उन पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है. शिक्षाकर्मियों को शासन ने शासकीयकरण कर दिया है. सिर्फ पंचायत सचिव ही शासकीयकरण से वंचित है.
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पंचायत सचिवों ने कहा कि विधायकों के अनुशंसा पत्र का सम्मान करते हुए 2 साल परिक्षावधि खत्म होने के बाद उनका शासकीयकरण किया जाये. उन्होंने ये भी कहा कि पंचायत सचिवों के साथ नियुक्त सभी शिक्षाकर्मियों का सरकारीकरण कर दिया गया. सचिव संघ ने चेतावनी देते हुए कहा कि 24 दिसम्बर को पूरे प्रदेश में ब्लॉक स्तर पर धरना और रैली निकाली जायेगी. 26 दिसम्बर से काम बंद कर दिया जाएगा और हड़ताल जारी रहेगा.
तीन चरण में ये आंदोलन होगा
- पूरे छत्तीसगढ़ में 11,000 पंचायत सचिव हैं. पूरे सचिव एक दिवसीय आंदोलन पर हैं.
- पहले चरण में विधानसभा स्तरीय सभी विधायकों से अनुनय विनय किया गया.
- दूसरे चरण में एक दिवसीय सांकेतिक धरना और रैली निकाल कर ज्ञापन सौंपा गया.
- मांग पूरी नहीं होने पर 26 तारीख से अनिश्चितकालीन आंदोलन का एलान