महासमुंद:छत्तीसगढ़ सरकार शिक्षा के शिक्षा के क्षेत्र में नई-नई पहल कर रही है. इसी पहल को दो कदम और आगे बढ़ते हुए भूपेश सरकार ने प्रदेश में इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने का फैसला लिया है. कई जिलों में इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले भी गए हैं. कई जिलों और स्कूल खोले जाने हैं, लेकिन भूपेश सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट्स पर पहले चरण में ही सवाल उठने लगे हैं. बताया जा रहा है कि कई जिले में इंग्लिश मीडियम स्कूल तो खोल दिए गए हैं, लेकिन वहां शिक्षक ही नहीं हैं. जिसके कारण स्कूल खुलने के वाद भी कई विषयों की पढ़ाई नहीं हो रही है, जिससे बच्चे आगे बढ़ने के वजाय और पीछे होते चले जा रहे हैं.
बात महासमुंद की करें तो, यहां एक इंग्लिश मीडियम स्कूल है, जहां पहली कक्षा से 12वीं तक कक्षा तक की पढ़ाई होती है. बताया जाता है, पहले चरण में इंग्लिश मीडियम में पढ़े हुए शिक्षकों की काउंसलिंग कर उन्हें इस स्कूल में पदस्थापित किया गया था. सभी प्रक्रिया पूरी होने का बाद बच्चों ने इस स्कूल में एडमिशन भी लिया. यहां के शिक्षक बताते हैं, इस स्कूल में दूर-दूर से बच्चे पढ़ने आते हैं, लेकिन शिक्षकों की कमी के कारण पढ़ाई में थोड़ी परेशानी आ रही है.
403 बच्चों पर 6 शिक्षक
आंकड़े बताते हैं, स्कूल में 403 बच्चों ने एडमिशन कराया है. इन बच्चों को पढ़ाने के लिए प्राचार्य के साथ 6 शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी. इसमें एक प्राइमरी, एक मिडिल और हाई स्कूल और हायर सेकंडरी के लिए शिक्षकों की नियुक्ति हुई है. जबकि सरकारी नियम के मुताबिक स्कूल में 28 शिक्षक होने चाहिए. इसके अलावा प्राइमरी, मिडिल और हाईस्कूल के लिए अलग-अलग प्रिंसिपल और अन्य स्टाफ होने चाहिए.
नहीं हो रही सभी विषय की पढ़ाई