महासमुंद:छत्तीसगढ़ में हाथियों के आतंक ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. हाथियों ने अकेले महासमुंद में ही 19 लोगों को मौत की नींद सुला दिया. इसके साथ ही कुछ लोगों को घायल भी कर दिया. सरकार ने मृतक के परिवारों मुआवजा भी दिया. आतंकी दतैल हाथियों को काबू करने के सारी कोशिशे भी फेल हो गई. इस बीच शहर के दो युवा इंजीनियरों ने स्वदेशी ऑटोमेटिक कॉलर आईडी बना कर आत्मनिर्भर भारत बनाने की ओर कदम बढ़ाया है.
महासमुंद के रहने वाले दो कंप्यूटर इंजीनियर सब्यसाची पाणिग्रही और सिद्धार्थ चंद्राकर ने फरवरी में हाथियों से पीड़ित ग्रामीणों को जानकारी देने के लिए एक ऐप बनाया था. लेकिन इस महंगे विदेशी कॉलर आईडी पर आधारित ऐप में मैनुअली सिस्टम में कई दिक्कतें सामने आ रही थी. तो दोनों ने मिलकर अब पूर्ण ऑटोमैटिक स्वदेशी कॉलर आईडी बनाया है. इन इंजीनियरों ने प्रिक्स मिशन कॉलर आईडी नाम से ये सिस्टम बनाया है. जिसके जरिए जहां सटीक जानकारी अधिकारियों को मिलेगी. वहीं समय से पहले हाथियों के 4 किलोमीटर दूर होने पर हूटर बजने से ग्रामीण सचेत भी होंगे.
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हाथी की दिनचर्या पर रखेगा नजर