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सरकार की योजना से मिला आजीविका का साधन, जमुनी बाई का सपना हुआ पूरा

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Published : Oct 1, 2020, 8:25 PM IST

Updated : Oct 1, 2020, 8:46 PM IST

केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर कोरिया में रहने वाली जमुनी बाई के दो बडे़ सपने पूरे हुए हैं. उसे रहने के लिए प्रधानमंत्री अवास योजना के तहत घर और छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत किराना दुकान मिली है.

Jamun Bai dream fulfilled
जमुनी बाई का सपना हुआ पूरा

कोरिया: जिले में केंद्र सरकार और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ लोगों को मिल रहा है. इसका एक उदाहरण सामने आया है. आज के दौर में हर किसी का अपना पक्का मकान होने का सपना होता है. जमुनी का भी यही सपना था. उसका सपना प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिले अवास से पूरा हो गया. साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत किराना दुकान भी उसे आजीविका के रूप में मिली है.

आज जमुनी और उसका परिवार आज बेहद खुश है. परिवार ने शासन के प्रति अपना आभार व्यक्त किया है. जिले के सोनहत विकासखण्ड के ग्राम पंचायत घुटरा के ग्राम हर्रीटोला की जमुनी के परिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का घर मिला है. घर की समस्या तो सुलझ गयी थी. लेकिन आजीविका की परेशानी बनी हुई थी.

छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से यह परेशानी भी सुलझ गई है. जय मां काली स्व सहायता समूह के साथ जुड़कर जमुनी बाई को किराना दुकान शुरू करने की मदद मिली है. जमुनी और उसके परिवार ने जो सपना देखा था अब सच हो गया है. घर मिला और आय का साधन भी मिला.

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जमुनी बाई ने बताया कि वो एक गरीब परिवार से है औरों की तरह उसका भी पक्के मकान का का सपना था. जो पूरा भी होगा या नहीं इसका पता नहीं था. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ससुर रायसिंह के नाम पर घर मिला. इसी दौरान जमुनी जय मां काली स्व सहायता समूह से 8 मई 2017 को जुड़ी. इस समूह की अध्यक्ष कुसुम यादव और सचिव कमला चक्रधारी हैं. उन्होंने जमुनी का मार्गदर्शन किया. मार्गदर्शन का लाभ उठाकर उन्होंने सीआईएफ की राशी 20 हजार रूपये निकलवाई और किराना दुकान खोल लिया. अब वह अपने परिवार का पेट भरने के साथ-साथ एक खुशहाल जीवन व्यतीत कर रही है.

बता दें कि समूह के खाते में सभी सदस्यों का बचत आज की स्थिति में 19 हजार 440 रुपए है. समूह से जुडे सभी सदस्य अपनी क्षमतानुसार सिलाई, कृषि, ब्यूटी पार्लर और व्यक्तिगत कार्य कर आय उपार्जन भी कर रहे हैं.

Last Updated : Oct 1, 2020, 8:46 PM IST

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