कोरिया: जिला प्रशासन ने आम नागरिकों को सस्ते दाम पर शुद्ध और शीतल पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए वॉटर एटीएम प्रोग्राम 'कोरिया नीर' की स्थापना की थी, लेकिन अधिकारियों की उदासीनता की वजह से जिला प्रशासन की ये योजना दम तोड़ती नजर आ रही है. जिले के सभी वाटर एटीएम खराब पड़े हैं. मुसाफिरों को पानी के लिए यहां-वहां भटकना पड़ रहा है. आम लोगों ने उच्च अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से बंद पड़े वाटर एटीएम को जल्द से जल्द शुरू करने की मांग की है.
बीजेपी सरकार ने दिया बढ़ावा
जिला प्रशासन की ओर से लाखों रुपए की लागत से जिले के अलग-अलग विकास खंडों में कोरिया नीर की शुरुआत की गई थी. तत्कालीन कलेक्टर एस प्रकाश की सोच से उपजी इस योजना को पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भी सराहा था. साथ ही इस योजना को पूरे छत्तीसगढ़ में लागू कर दिया. इसके लिए राज्य सरकार के बजट में अलग से प्रावधान भी रखा गया, लेकिन वर्तमान में जिले से शुरू हुई वाटर एटीएम की योजना अपने जिले में दम तोड़ती नजर आ रही है.