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तेंदू फल पक कर तैयार लेकिन लॉकडाउन की वजह से बिगड़ा बाजार

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Published : May 18, 2020, 4:31 PM IST

Updated : May 18, 2020, 9:47 PM IST

भरतपुर-जनकपुर के ग्रामीण अंचल में तेंदू का फल पक तैयार है. लेकिन लॉकडाउन की वजह से ग्रामीण फल शहर ले जाकर नहीं बेच पा रहे है. जिसकी वजह से उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

Lockdown increased problems
लॉकडाउन ने बढ़ाई दिक्कतें

कोरिया: भरतपुर-जनकपुर के ग्रामीण अंचल में तेंदू का फल, गर्मी आते ही पक कर तैयार है. ग्रामीणों के साथ-साथ शहरवासी भी इस फल का आनंद लेते हैं. बता दें कि यह एक जंगली फल है. यह फल मीठा और स्वादिष्ट होता है साथ ही इसकी पत्ती बीड़ी बनाने के काम आती है. यह फल शरीर के लिए काफी लाभकारी होता है. लेकिन इस साल कोरोना वायरस और लॉकडाउन की वजह से ग्रामीण, जंगल से इस फल का संग्रह नहीं कर पा रहे और ना ही इसकी बिक्री के लिए शहरी इलाकों में जा पा रहे हैं.

लॉकडाउन की वजह से बिगड़ा बाजार

बता दें कि गर्मी के मौसम में यह फल ग्रामीणों की जीविका का साधन है. लेकिन लॉकडाउन के कारण ग्रामीण शहर जाकर तेंदू फल नहीं बेच पा रहे हैं. जिसकी वजह से ग्रामीणों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है.

तेंदू का पेड़

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ग्रामीणों की बढ़ सकती है मुसीबतें

तेंदू का अंग्रेजी नाम 'persimmon' है. यह फल शरीर के लिए काफी अच्छा होता है. कहा जाता है कि इसके सेवन से दस्त बंद हो जाता है. यह अनेक बीमारियों को नष्ट करता है. गर्मी के दिनों में इसका सेवन करने से 'लू' नहीं लगती. बता दें कि छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस के मद्देनजर धारा 144 तीन महीने के लिए बढ़ा दी गई है, जिसकी वजह से ग्रामीणों की मुसीबतें और बढ़ सकती है.

Last Updated : May 18, 2020, 9:47 PM IST

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