मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: चिरमिरी के पोड़ी थाना क्षेत्र में एक शिक्षक समेत 25 कर्मचारियों को तीन महीने से वेतन नहीं मिला. इसके कारण शिक्षक के पास खाने तक के लिए पैसे नहीं बचे. जब सब्र का बांध टूटा तो शिक्षक ने ऐसा कदम उठाया, जिससे प्रशासन के हाथ पांव फूल गए. शिक्षक ने सोशल मीडिया ग्रुप में अपना इस्तीफा डाला और इसके बाद खुद को एक कमरे में बंद कर लिया. जब इसकी जानकारी जिला प्रशासन को पहुंची तो शिक्षक को रेस्क्यू करने के लिए पुलिस की मदद ली गई.
क्या है पूरा मामला :सहायक शिक्षक खोमेंद्र कुमार समेत 25 कर्मचारियों को पिछले 3 महीने से वेतन नहीं मिला है, जिसके कारण सभी काफी परेशान थे. वहीं शिक्षक खोमेंद कुमार ने अपना इस्तीफा ग्रुप में पोस्ट किया. इसके बाद खुद को एक कमरे में बंद कर लिया. उसे कमरे से बाहर निकालने के लिए जिला प्रशासन, पोड़ी पुलिस समेत स्कूल का स्टाफ पहुंचा. लेकिन शिक्षक ने दरवाजा नहीं खोला. इसके बाद पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शिक्षक को बाहर निकाला.
एक शिक्षक पोड़ी में पदस्थ है.जिसने अपने आपको कमरे में बंद कर रखा है.बातचीत कर रहा था अंदर से लेकिन दरवाजा नहीं खोल रहा था.जिसके बाद शिक्षक लोग थे साथ में उसको अपने साथ में ले गए. रामकरण राजवाड़े, पोड़ी थाना पुलिस
प्राचार्य पर लगाए गंभीर आरोप: पुलिस ने शिक्षक को रेस्क्यू कर कमरे से बाहर निकाला. शिक्षक काफी गुस्से में था. पुलिस और जिला प्रशासन ने खोमेंद्र कुमार को कमरे से बाहर निकालकर खाना खिलाया.