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कोरिया के जिला अस्पताल में छुट्टी पर जूनियर डॉक्टरर्स, बढ़ी इमरजेंसी ड्यूटी के दौरान समस्या

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jan 7, 2024, 6:49 PM IST

Junior doctors on leave in Korea कोरिया के जिला अस्पताल में जूनियर डॉक्टरर्स की सामूहिक छुट्टी का असर मरीजों के इलाज पर पड़ रहा है. खासकर इमरजेंसी ड्यूटी के दौरान अस्पताल में कई तरह की समस्याएं आ रही है.

Junior doctors on leave in Korea district hospital
जिला अस्पताल में छुट्टी पर जूनियर डॉक्टरर्स

कोरिया के जिला अस्पताल में छुट्टी पर जूनियर डॉक्टरर्स

कोरिया:कोरिया में जिला अस्पताल में जूनियर डॉक्टर्स के सामूहिक छुट्टी पर चले जाने से मरीजों की परेशानी बढ़ गई है. खासकर इमरजेंसी के दौरान दिक्कतें अस्पताल में बढ़ जाती है. प्रबंधन की मानें तो अस्पताल से करीब 8 MBBS डॉक्टरों ने पीजी की तैयारी के लिए छुट्टी ली है. मार्च में पीजी की परीक्षा है, जिसे लेकर कई डॉक्टर बिना बताए अस्पताल से चले गए हैं.

इमरजेंसी के दौरान आ रही दिक्कतें: इसके अलावा कई डॉक्टर बिना अनुमति के ही छुट्टी पर हैं. इससे जिला अस्पताल में इमरजेंसी ड्यूटी को लेकर मुश्किले बढ़ गई है. जूनियर डॉक्टरों के छुट्टी पर जाने से जिला अस्पताल में इमरजेंसी ड्यूटी को संभालने की जिम्मेदारी गिनती के डॉक्टरों पर आ गई है. यही कारण है कि कई डॉक्टरों की ड्यूटी 24 घंटे तक लगाई जा रही है.

अस्पताल से कुछ जूनियर डॉक्टर बिना बताए चले गए हैं. कुछ आवेदन दिए हैं. मार्च में पीजी की परीक्षा है. समस्या हमारे पास इमरजेंसी ड्यूटी को लेकर आ रही है. व्यवस्था संभालने का प्रयास कर रहे हैं. -डॉ आर एस सेंगर, सीएमएचओ, जिला अस्पताल

जूनियर डॉक्टर्स के सामूहिक छुट्टी से बढ़ी दिक्कतें: अस्पताल में डॉक्टर और स्टाफ के समय पर अस्पताल नहीं आने की शिकायत पर बुधवार को कोरिया कलेक्टर ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया था. इस दौरान समय पर नहीं पहुंचने वाले डॉक्टर और स्टाफ को शो-कॉज नोटिस जारी किया. वहीं, मंगलवार को जिला पंचायत सीईओ भी अस्पताल की व्यवस्था को देखने पहुंचे थे. इवनिंग ओपीडी में नहीं आने वाले डॉक्टरों को सीएमएचओ ने नोटिस भी जारी किया था. फिर भी व्यवस्था में खास सुधार देखने को नहीं मिला है. अब जूनियर डॉक्टरों के पीजी की तैयारी को लेकर अस्पताल से सामूहिक छुट्टी पर जाने से अस्पताल में व्यवस्था बिगड़ गई है.

बता दें कि जिला अस्पताल में सीनियर्स डॉक्टरों की संख्या अधिक है. करीब 10 से अधिक डॉक्टर क्लास 1 केटेगरी में है. ऐसे में इमरजेंसी ड्यूटी को लेकर मुश्किलें बढ़ गई है. जूनियर डॉक्टर्स की कमी होेने के कारण अस्पताल में इमरजेंसी ड्यूटी कौन करेगा? यह प्रबंधन के लिए भी बड़ी समस्या बन गई है.

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