कोरिया:नवरात्रि गरबा के बिना अधूरी रहती है. इस साल गरबा पर भी कोरोना वायरस का असर पड़ा है और बहुत ही कम जगहों पर नियमों का पालन करते हुए गरबा का अयोजन किया गया. कोरिया जिले में भी नियमों को ध्यान में रखते हुए गुजराती समाज के लोगों ने कार्यक्रम का आयोजन किया और इस साल के गरबा आयोजन के साथ ही 50 साल पूरे कर लिए.
गुजराती समाज ने किया गरबे का आयोजन कोरिया जिले के मनेन्द्रगढ़ में गुजराती समाज की अलग पहचान है. सीमित संख्या में होने के बाद भी वह हर साल नवरात्रि पर गरबे का आयोजन करते हैं. उनके इस खास आयोजन के लगभग 50 साल पूरे हो गए हैं.
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सिर्फ दो घंटे किया गया गरबा
कोरोना काल को देखते हुए समाज के लोग कम संख्या में जमा होकर अपने सामाजिक भवन में गोल्डन जुबली कार्यक्रम का आयोजन कर सादगी से गरबा डांस किया. नवरात्रि के पहले दिन से रोजाना रात आठ से दस बजे तक केवल दो घंटे का कार्यक्रम रखा गया. इसमें समाज की महिलाएं, बच्चे और पुरुष एकत्रित होकर गरबा खेल रहे थे. साथ ही रोजाना गरबा की पूजा अर्चना कर माता रानी की आरती गई.
गाइडलाइन को ध्यान में रखकर किया आयोजन
गुजराती समाज हर साल नवरात्रि के अवसर पर गरबा का धूमधाम से सामाजिक प्रांगण में आयोजन करती आ रही है, जिसमें समाज के अलावा दूसरे समाज के लोग भी शामिल होते थे. इस वर्ष कोरोना संक्रमण को देखते हुए शासन की गाइडलाइन को ध्यान में रखकर आयोजन किया गया और कम लोग इस आयोजन में शामिल हुए.