कोरबा :जिले के एसईसीएल चिरमिरी क्षेत्र रानी अटारी विजय वेस्ट भूमिगत खदान (Rani Vijay Attari Mines of Korba) संचालित है. भूमिगत रानी अटारी विजय वेस्ट खदान से कोयला लोडिंग बीजाडांड, तनेरा, सरमा, कोरबी होते हुए परिवहन किया जाता है. रानी अटारी गांव से गुजरने वाली सड़क से कॉल साइडिंग का काम परिचालन दिन-रात किया जा रहा है. जिसके कारण यहां का सड़क मार्ग पूरी तरह खराब होकर बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील हो चुका है. जिसमें पूर्व में बनी पक्की सड़क में डामर का नामोनिशान पूरी तरह खत्म हो चुका है. भारी वाहन चलने से रोड में इतना धूल उड़ रहा है कि गांव में बसे लोगों के घर में डस्ट से परेशान एवं खाना बनाने के बर्तन में भी बहुत ज्यादा डस्ट बैठ जाता है. इसी को लेकर रानी अटारी और आसपास के पंडो जनजाति के ग्रामीणों ने पाली तानाखार विधायक मोहित केरकेट्टा के नेतृत्व में विजय वेस्ट खदान के मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर अनिश्चितकालीन धरना दिया. (Villagers protest against Rani Vijay Attari Mines )
विधायक मोहितराम केरकेट्टा अपने उद्बोधन में एसईसीएल विजय वेस्ट प्रबंधन के खिलाफ जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि यहां के ग्रामीणों के साथ विजय वेस्ट प्रबंधन अपनी वादा खिलाफी के साथ पूरी तरह अन्याय कर रहा है. यहां के प्रभावित ग्रामीणों के रोजगार के भुगतान में कमीशनखोरी कर यहां के दलाल उन्हें कम भुगतान कर रहे हैं. एसईसीएल प्रबंधन ने सीएसआर मद का अभी तक 20 वर्षों में कितना पैसा जिला कलेक्टर के पास क्षेत्र के विकास के लिए दिया है ये बता दें. विजय वेस्ट एसईसीएल प्रबंधन ने आज तक यहां की जर्जर हो चुकी सड़कों के लिए एक पैसा भी खर्च नही किया है. जो कि इनकी जिम्मेदारी है और और वे अपनी जिम्मेदारी से अपना मुंह छुपा रही है. उन्होंने पुलिस महकमे को भी चेतावनी देते हुए कहा कि यदि प्रबंधन के किसी भी व्यक्ति द्वारा ग्रामीणों के मेहनत पर कमीशनखोरी करता है तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही करें नहीं तो पुलिस अधिकारियो पर कार्यवाही की जाएगी.
SECL पर अनदेखी का आरोप : विजय वेस्ट प्रबंधन द्वारा जर्जर सड़क में उड़ती धूल के लिए पानी टैंकर को लाया तो जाता है. लेकिन टैंकर को सड़क के साइड में छोड़कर खड़ा कर दिया जाता है. धूल डस्ट और खराब रोड से आम लोगों को बहुत ज्यादा समस्या हो रही है. पिछले 20 साल से सब एरिया प्रबंधक, महाप्रबंधक चिरमिरी क्षेत्र को आवेदन निवेदन कई बार किया जा चुका है. लेकिन उनके कान में जूं तक नहीं रेंग रही है. ग्रामीण सभी तरह से ग्रसित हैं. खदान खोलने से अभी तक 10 किलोमीटर के दायरे में पुटिपखना, बीजाडांड, अडूसरा, रानी अटारी, तनेरा, सरमा, धवलपुर, सेंदुर गढ़, सेमरा, अमली बहरा, जलके में सीएसआर मद से अभी तक 10 सालों में कोई काम नहीं कराया गया है.बीजाडांड गांव में काफी किसानों के खेतों एवं घरों तथा जमीन में दरार आ चुकी है. लेकिन किसानों का नुकसान का कोई भरपाई भी नहीं किया जा रहा है.
हड़ताल में युवा कांग्रेस भी हुआ शामिल :पाली तानखार विधानसभा के नेतृत्व में भारी संख्या में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता इस हड़ताल में शामिल होने रानी अटारी विजय वेस्ट भूमिगत खदान पहुंचे. इस मौके पर युवा कांग्रेस ने एसईसीएल विजय वेस्ट प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारे लगाए. उन्होंने रानी अटारी से कोरबी तक 18 किलोमीटर की जर्जर हो चुकी सड़क को लेकर प्रबंधन को जमकर कोसा. राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र पंडो जनजाति को प्रबंधन द्वारा उनके हक का हनन और पीने के लिए गंदे पानी देना पूरी तरह गलत बताया.
ये भी पढ़ें- कोरबा की बदहाल सड़क की कहानी
सड़क और रोजगार के लिए आंदोलन :यहां के प्रभावित ग्रामीणों में बताया कि ''रानी अटारी से जिला मुख्यालय कोरबा जाने का एकमात्र यही सड़क मार्ग है. यहां से कोई बस नहीं चलती है. रोड खराब होने से पिछले दिनों में रोड पर स्ट्राइक भी किया गया था. जिसपर प्रबंधन ने 31 मार्च 2022 तक लिखित आश्वासन दिया था. ऐसे कई बार सड़क और अन्य समस्याओं को लेकर हड़ताल किया जा चुका है. लेकिन एसईसीएल महाप्रबंधक से क्षुब्ध होकर उन्होंने अनिश्चितकालीन धरना के लिए पहले ही आवेदन प्रेषित कर दिया था.इसलिए अब वे आंदोलन कर रहे हैं.'' Korba latest news