कोरबा: अगर आप ठेले पर किसी भी फल या गन्ने का जूस पी रहे हैं तो सावधान हो जाइए. गर्मी के मौसम में अमानक बर्फ और पेप्सी पाउच की बिक्री हो रही है. सड़क किनारे मिलने वाले जूस में ऐसी बर्फ डाली जा रही है, जो खाद्य पदार्थों के लिए वैध नहीं है. इस मामले की खाद्य एवं सुरक्षा अधिकारी को कोई भनक नहीं है.
इस तरह की कई बर्फ और पेप्सी की फैक्ट्रियां शहर के तमाम इलाकों में मौजूद हैं. बर्फ की फैक्ट्री में साफतौर पर लिखा है कि इसका इस्तेमाल केवल औद्योगिक प्रयोजन के लिए होना है. लेकिन वहां बैठे मैनेजर खुल कर कह रहे हैं कि ये तो सिर्फ लिखने के लिए लिख दिया गया है. इतने बड़े निर्देश को औपचारिकता बता कर मैनेजर लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. ETV भारत के कैमरे में ये सारी बातें कैद हुई हैं.
इस बर्फ का उपयोग मुर्दाघर में होता है
दरअसल, इस बर्फ का औद्योगिक प्रयोजन के लिए इस्तेमाल किए जाने का मतलब है कि खाद्य और पेय पदार्थों में इस बर्फ का उपयोग नहीं किया जा सकता. न ही जूस में मिलाकर दिया जा सकता है. ऐसे में इस बर्फ का उपयोग मुर्दाघर में रखे शव की सुरक्षा के लिए किया जाता है. यह मामला शहर के पुरानी बस्ती में शिव बर्फ फैक्ट्री की दुकान का है. यहां बैठे मैनेजर साफ कह रहे हैं कि लिखा हुआ निर्देश तो सिर्फ औपचारिकता है.