कोरबा :छत्तीसगढ़ की ऊर्जाधानी यानी कोरबा एनटीपीसी के लिए जाना जाता है. लेकिन अब एक और वजह से इस नगरी की पहचान होने लगी है. कोरबा में अब सांपों का कुनबा बढ़ने लगा है.यही वजह है कि पिछले कुछ महीनों से कोरबा में स्नेक बाइट के मामलों में बढ़ोतरी हुई है. साथ ही साथ कई दुर्लभ किस्म के सांप भी स्नैक कैचर्स ने इलाके से बरामद किए हैं.कोरबा में किंग कोबरा समेत वन सुंदरी जैसी दुर्लभ प्रजाति के सांप भी अब बड़ी संख्या में मिल रहे हैं. यही वजह है कोरबा अब नागलोक बनने के लिए अग्रसर है.
जंगली ही नहीं रिहायशी इलाकों में सांपों की भरमार:छत्तीसगढ़ का नागलोक जशपुर के तपकरा को कहा जाता है. लेकिन मौजूदा समय में जितनी संख्या में कोरबा से सांप बरामद हो रहे हैं.वो दिन दूर नहीं जब कोरबा भी नागलोक के नाम से जाना जाएगा. जंगली क्षेत्रों के साथ कोरबा के रिहायशी इलाकों में बड़ी संख्या में सांप मिल रहे हैं. दुनिया में जहर के लिए मशहूर किंग कोबरा का स्थायी निवास भी कोरबा में है. स्नेक कैचर्स ने आबादी वाले इलाकों में भी अलग-अलग प्रजातियों के कोबरा रेस्क्यू किए हैं. कई क्षेत्रों में सिर्फ कोबरा ही नहीं, करैत से लेकर वन सुंदरी प्रजाति के सांप भी कोरबा में मिले हैं.
हर साल कितने सांपों का होता है रेस्क्यू ? : स्नेक रेस्क्यू टीम हर साल 3 से 4000 कॉल अटेंड करती है. तो स्नेक बाइट की संख्या भी कोरबा में औसतन प्रत्येक वर्ष 350 पहुंच चुकी है.अच्छी बात ये है कि स्वास्थ्य विभाग ने इस वर्ष एंटी स्नेक वेनम को अधिक मात्रा में स्टोर करके रखा है. तो स्नेक रेस्क्यू टीम भी कॉल आते ही सांपों का रेस्क्यू करने निकल पड़ती है. सांपों की अलग-अलग प्रजातियों का मिलना जंगल के समृद्ध जैव विविधता का प्रमाण तो हैं. लेकिन जब यह आबादी वाले इलाकों में प्रवेश कर जाते हैं. तब लोगों को खतरा भी हो जाता है. जहरीला सांप अगर काट ले तो सावधानी न बरतने पर मौत भी हो सकती है. इसलिए अधिक सावधान रहने की भी जरूरत है.
50 से अधिक प्रजातियों का निवास :स्नेक रेस्क्यू टीम के अध्यक्ष जितेंद्र सारथी ने ईटीवी भारत को बताया कि पिछले चार-पांच सालों के दौरान कई प्रजातियों के सांपों का कोरबा के अलग-अलग स्थान से रेस्क्यू किया गया है. लगभग 25 प्रजातियों का रेस्क्यू हो चुका है.
ऐसा अनुमान है कि कोरबा जिले में 50 से अधिक प्रजातियों के सांपों का निवास है. किंग कोबरा से लेकर करैत जैसे जहरीले सांप हो या फिर वन सुंदरी जैसे दुर्लभ सांप. सभी का कोरबा में निवास है. कोरबा के जैव विविधता इतनी समृद्ध है कि यहां सांपों को बेहद अनुकूल वातावरण मिलता है. सांप तेजी से फल फूल रहे हैं. -जितेंद्र सारथी, अध्यक्ष, स्नेक रेस्क्यू टीम