कोरबा: कोरबा में कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों ने एक बार फिर प्रशासन को परेशान कर दिया है. ताजा मामला कुदुरमाल में सामने आया था. जहां एक साथ 12 पॉजिटिव मरीज मिले थे. प्रशासन ने दावा किया था कि इन संक्रमितों का किसी भी बाहरी व्यक्ति से कोई संपर्क नहीं हुआ था. लेकिन बाद में ये दावा धरा का धरा रह गया था. ETV भारत ने इस बात का खुलासा भी किया था कि इन संक्रमितों में से एक ने एक रात अपने घर गुजारी थी.
कोरबा लगातार मरीज मिलने के बाद छत्तीसगढ़ का हॉट स्पॉट बन चुका था. हालांकि फिर सभी मरीज ठीक होकर घर लौट गए. एक बार फिर मरीजों की संख्या बढ़ने पर प्रशासन की चौकसी कैसी है, इस देखने के लिए ETV भारत ने कई क्षेत्रों का जायजा लिया.
जांजगीर और कोरबा जिले के बॉर्डर कालिया जायजा
जांजगीर और कोरबा जिले का बॉर्डर कनकी गांव में स्थित है. बता दें यहां से ही कुदुरमाल क्वॉरेंटाइन सेंटर का पॉजिटिव मरीज जिले की सीमा में दाखिल हुआ था. बॉर्डर पर हमने देखा की यहां सघन जांच की जा रही है. जांजगीर और कोरबा दोनों जिले के पुलिस जवान मिलकर जांच कर रहे हैं. इसके अलावा कृषि विभाग के राजपत्रित अधिकारी आईपीएस साहू को यहां का प्रभारी बनाया गया है.
आईपीएस साहू ने बताया कि बॉर्डर पर पूरी व्यवस्था है. कोरबा और जांजगीर जिले के पुलिस के जवान संयुक्त तौर पर ड्यूटी दे रहे हैं. इसके अलावा एक पटवारी की भी ड्यूटी लगाई गई है. जो कि दिन-रात,अलग-अलग 3 शिफ्ट में अपनी सेवा दे रहे हैं. एंट्री प्वॉइंट पर दो वाहनों का भी इंतजाम है. वाहनों से प्रवासी मजदूरों को या तो जिले के बॉर्डर पर छोड़ा जाता है, या फिर कोरबा जिले के ही क्वॉरेंटाइन सेंटर में भेजा जाता है.